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टीम इंडिया के लिए अलग-अलग हेड कोच की आवश्यकता के तीन प्रमुख कारण

भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने टी20 और वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में टीम की स्थिति चिंताजनक है। इस लेख में हम तीन प्रमुख कारणों पर चर्चा करेंगे कि क्यों टीम इंडिया के लिए रेड बॉल और वाइट बॉल के लिए अलग-अलग हेड कोच होना चाहिए। जानें कैसे कोचिंग की रणनीतियों में भिन्नता और मानसिक दबाव के कारण टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है।
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टीम इंडिया के लिए अलग-अलग हेड कोच की आवश्यकता के तीन प्रमुख कारण

टीम इंडिया के हेड कोच

टीम इंडिया के लिए अलग-अलग हेड कोच की आवश्यकता के तीन प्रमुख कारण

टीम इंडिया का हेड कोच: गौतम गंभीर ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप के बाद से भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच का कार्यभार संभाला है। उनकी कोचिंग में टीम ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है।


कोच के अलग-अलग होने के तीन कारण

इन तीन कारणों की वजह से अलग-अलग होने चाहिए कोच

टीम इंडिया के लिए अलग-अलग हेड कोच की आवश्यकता के तीन प्रमुख कारण
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर

गेम का एप्रोच

वनडे और टी20 क्रिकेट में आक्रामकता का महत्व होता है। सीमित ओवरों में खेलते समय, खिलाड़ियों को अपनी सूझबूझ का प्रदर्शन करने की आवश्यकता नहीं होती है। इसी कारण भारतीय क्रिकेट टीम ने 2023 से आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया है, जिसका उन्हें सकारात्मक परिणाम भी मिला है।

हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में संयम और रणनीति की आवश्यकता होती है। इस प्रारूप में विशेषज्ञ खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जबकि गौतम गंभीर ने ऑलराउंडर्स पर अधिक ध्यान दिया है, जिससे टीम को टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा है। भारत ने न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का सामना किया है।


मेंटल प्रेसर

मेंटल प्रेसर

खिलाड़ियों को आराम की आवश्यकता होती है और सभी तीन प्रारूपों में खेलना उनके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसी तरह, एक कोच के लिए भी तीनों प्रारूपों में कोचिंग करना और अच्छे परिणाम प्राप्त करना कठिन होता है। इसलिए, बीसीसीआई को व्हाइट बॉल और टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग-अलग कोच रखने चाहिए, ताकि उन्हें भी आराम मिल सके और वे सही तैयारी कर सकें।

क्योंकि दोनों प्रारूपों के लिए अलग-अलग मानसिकता की आवश्यकता होती है, और जब एक ही कोच तीनों प्रारूपों में काम करता है, तो वह किसी एक प्रारूप में पीछे रह जाता है। वर्तमान में, गंभीर रेड बॉल में पीछे रह रहे हैं।


रिजल्ट न मिलना

रिजल्ट न मिलना

बीसीसीआई को अलग-अलग कोच रखने की आवश्यकता इसलिए भी है क्योंकि टीम इंडिया को सकारात्मक परिणाम नहीं मिल रहे हैं। यदि टीम को अच्छे परिणाम मिल रहे होते, तो बदलाव की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन जब चीजें ठीक नहीं चल रही हैं, तो बदलाव आवश्यक है। भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज में टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।

भारतीय टीम पूरी तरह से बेबस नजर आ रही है। गौतम गंभीर के निर्णय अक्सर विवादास्पद होते हैं, जैसे कि बल्लेबाजों को अनियमित क्रम में भेजना। इस कारण से, अलग-अलग हेड कोच की आवश्यकता है।


FAQs

भारतीय क्रिकेट टीम का मौजूदा हेड कोच कौन है?

भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर हैं।