दक्षिण अफ्रीका ने WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर रचा इतिहास, केशव महाराज की आंखों में आंसू

दक्षिण अफ्रीका की ऐतिहासिक जीत
दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल 2025 में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर एक नया इतिहास रच दिया है। यह पहली बार है जब दक्षिण अफ्रीका ने WTC का खिताब अपने नाम किया है, और 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद किसी आईसीसी टूर्नामेंट की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है। इस महत्वपूर्ण जीत के बाद टीम के खिलाड़ियों के लिए यह एक भावनात्मक क्षण था, खासकर अनुभवी स्पिनर केशव महाराज के लिए, जिनकी आंखों में आंसू थे।
फाइनल में शानदार वापसी
फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पहले पीछे रहने के बावजूद शानदार वापसी की। कप्तान टेंबा बावुमा की अगुवाई में टीम ने चौथी पारी में 282 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की। इस जीत ने न केवल दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट का मान बढ़ाया, बल्कि 'चोकर्स' के टैग को भी हमेशा के लिए पीछे छोड़ दिया।
भावुक केशव महाराज
WTC फाइनल में जीत के बाद केशव महाराज बेहद भावुक हो गए। पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ से बातचीत करते समय उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा, "यह एक विशेष क्षण है। यहां और घर पर सभी के लिए कप उठाना सम्मान की बात है। हमारे देश के लिए यह बहुत बड़ा पल है। पिछले पांच दिनों में सभी खिलाड़ियों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया।"
एडेन मार्करम का शानदार प्रदर्शन
फाइनल में एडेन मार्करम ने शानदार शतक लगाते हुए 136 रन की पारी खेली, जिससे टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। कप्तान टेंबा बावुमा ने भी 66 रन का योगदान दिया। दोनों के बीच हुई 150+ रन की साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका की जीत की नींव रखी। मार्करम को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।
समर्थन के लिए आभार
मीडिया से बातचीत में केशव महाराज ने दर्शकों का धन्यवाद करते हुए कहा, "हम यहां सभी के लिए बहुत आभारी हैं। मुझे लगता है कि अगर मैं बल्लेबाजी करने उतरता तो भावनाएं मुझे सही दिशा में ले जातीं। हमारे समर्थन में खड़े सभी लोगों का धन्यवाद। विपरीत परिस्थितियों में भी आप हमारे साथ मजबूती से खड़े रहे।"
27 साल बाद ICC ट्रॉफी
दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी बार कोई आईसीसी ट्रॉफी 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में जीती थी। इसके बाद से टीम कई बार नॉकआउट में पहुंची लेकिन हर बार हार का सामना करना पड़ा। इस बार WTC फाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया जैसे मजबूत विरोधी को हराकर यह मिथक तोड़ दिया। चौथी पारी में 282 रन के लक्ष्य को टीम ने पांच विकेट खोकर 83.4 ओवर में हासिल कर लिया।