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देवदत्त पडिक्कल का विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन

कर्नाटक के युवा बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में शानदार फॉर्म दिखाई है। उन्होंने लगातार बड़े स्कोर बनाकर चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने कर्नाटक को कई मैचों में जीत दिलाई है। देवदत्त की फॉर्म उन्हें टीम इंडिया में शामिल होने के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है। जानें उनके प्रदर्शन के बारे में और कैसे उन्होंने टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी है।
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देवदत्त पडिक्कल का विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन

नई दिल्ली में देवदत्त का जलवा


नई दिल्ली: कर्नाटक के युवा बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में बेहतरीन फॉर्म में हैं। उन्होंने अब तक खेले गए मैचों में लगातार बड़े स्कोर बनाकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया है।


उनकी बल्लेबाजी ने टीम इंडिया के चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है, विशेषकर वनडे टीम के लिए। यह ध्यान देने योग्य है कि पडिक्कल लगातार रन बना रहे हैं और उन्हें टीम इंडिया से दूर नहीं रखा जा सकता।


शानदार प्रदर्शन की शुरुआत

टूर्नामेंट की शुरुआत में देवदत्त ने झारखंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। झारखंड ने 412 रन का विशाल स्कोर बनाया था, लेकिन देवदत्त की 147 रनों की पारी ने कर्नाटक को रिकॉर्ड चेज करने में मदद की। उन्होंने 118 गेंदों पर 10 चौके और 7 छक्के लगाए, जो उनकी आक्रामकता और धैर्य को दर्शाता है।


लगातार शतक जड़कर मचाया धमाल

अगले मैच में केरल के खिलाफ देवदत्त ने फिर से शतक बनाया। उन्होंने 137 गेंदों पर 124 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 3 छक्के शामिल थे। इस पारी की बदौलत कर्नाटक ने आसानी से लक्ष्य हासिल किया।


इसके बाद, पुडुचेरी के खिलाफ भी उन्होंने 116 गेंदों में 113 रन की संयमित पारी खेली। इन तीन शतकों ने टूर्नामेंट में उनकी छाप छोड़ी है।


कुल रनों का रिकॉर्ड और औसत

चार मैचों में देवदत्त ने 400 से अधिक रन बनाए हैं। उनका औसत 100 से ऊपर है, जो घरेलू क्रिकेट में किसी बल्लेबाज के लिए अत्यंत शानदार है। लिस्ट ए क्रिकेट में उनके नाम 12 शतक हो चुके हैं और वे बड़े स्कोर बनाने में माहिर हैं। कर्नाटक की टीम ने उनके दम पर कई मैच जीते हैं।


टीम इंडिया के लिए मजबूत दावा

देवदत्त पहले टेस्ट और टी20 में टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं, लेकिन वनडे में उनका अभी तक डेब्यू नहीं हुआ है। उनकी यह फॉर्म चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर रही है।


वनडे सीरीज आने वाली हैं और ओपनिंग या टॉप ऑर्डर में जगह के लिए वे एक मजबूत दावेदार बन गए हैं। उनकी लगातार अच्छी पारियां यह साबित करती हैं कि वे बड़े मौकों के लिए तैयार हैं। हालांकि, फिलहाल उन्हें वनडे टीम में जगह मिलना मुश्किल लग रहा है।