Newzfatafatlogo

नीरज चोपड़ा का निराशाजनक प्रदर्शन: 2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में क्या हुआ?

2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन उम्मीदों के विपरीत रहा, जहां वे फाइनल में भी जगह नहीं बना सके। पहले प्रयास में 83.65 मीटर और दूसरे में 84.03 मीटर फेंकने के बावजूद, नीरज का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। वहीं, सचिन यादव ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 86.27 मीटर तक भाला फेंका। जानें इस प्रतियोगिता के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में और नीरज की वापसी की संभावनाओं पर चर्चा करें।
 | 
नीरज चोपड़ा का निराशाजनक प्रदर्शन: 2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में क्या हुआ?

2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन

World Athletics Championships 2025: भारत के प्रमुख जेवलिन थ्रोअर और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन 2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उम्मीदों के विपरीत बेहद निराशाजनक रहा। यह प्रतियोगिता जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित की गई थी, जहां नीरज फाइनल राउंड में शीर्ष 6 में भी स्थान नहीं बना सके और प्रतियोगिता से बाहर हो गए। यह परिणाम भारत के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि नीरज को इस बार भी पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।


पहले प्रयास में 83.65 मीटर की दूरी तय की


फाइनल में नीरज ने पहले प्रयास में 83.65 मीटर दूर भाला फेंका। दूसरे थ्रो में उन्होंने 84.03 मीटर का प्रयास किया, जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, लेकिन इसके बाद उनका प्रदर्शन लगातार गिरता गया। तीसरे थ्रो में उन्होंने फाउल किया, जबकि चौथे थ्रो में 82.86 मीटर की दूरी तय की। उनका पांचवां प्रयास भी फाउल हो गया। इन नतीजों के चलते नीरज का औसत प्रदर्शन अपेक्षित मानकों पर खरा नहीं उतर सका और वे फाइनल में शीर्ष 6 खिलाड़ियों की सूची में भी शामिल नहीं हो पाए।


नीरज के साथ पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम भी इस बार कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए। उन्होंने 82.73 मीटर तक भाला फेंका और वे भी फाइनल में शीर्ष स्थानों पर जगह बनाने में असफल रहे। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों का एक साथ बाहर होना टूर्नामेंट का बड़ा सरप्राइज़ बन गया।


सचिन यादव से उम्मीदें


हालांकि, भारत के लिए थोड़ी राहत की खबर दूसरे जेवलिन थ्रोअर सचिन यादव के शानदार प्रदर्शन से आई। सचिन ने अपने पहले प्रयास में 86.27 मीटर तक भाला फेंका, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। इस शानदार थ्रो की बदौलत वे फिलहाल चौथे स्थान पर बने हुए हैं। हालांकि उनका दूसरा प्रयास फाउल करार दिया गया, लेकिन शुरुआती थ्रो ने उन्हें प्रतिस्पर्धा में बनाए रखा है।


नीरज चोपड़ा के इस प्रदर्शन ने भारतीय एथलेटिक्स प्रशंसकों को झटका दिया है, क्योंकि वे लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतते आए हैं। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नीरज अपनी फॉर्म में वापसी कर अगले टूर्नामेंट में कैसे प्रदर्शन करते हैं। वहीं सचिन यादव के उभरते प्रदर्शन ने भारतीय जेवलिन थ्रो के भविष्य के लिए नई उम्मीदें जगा दी हैं।