नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग 2025 में जीता गोल्ड मेडल

नीरज चोपड़ा की शानदार जीत
भारत के प्रमुख जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 88.16 मीटर के थ्रो के साथ 'डायमंड लीग-2025' में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। इस उपलब्धि के बाद, उन्होंने आगामी प्रतियोगिताओं में 90 मीटर थ्रो करने की अपनी इच्छा व्यक्त की।
खुशी का इजहार
फ्रांस की राजधानी में पोडियम पर पहुंचने के बाद चोपड़ा ने अपनी खुशी साझा की। उन्होंने कहा, "मैं शुरुआत से ही बहुत खुश था, क्योंकि मेरी रन-अप तकनीक बेहतरीन थी और सब कुछ सही चल रहा था। हालांकि, मुझे लगा कि मेरा शरीर थोड़ा बाईं ओर जा रहा था।"
तकनीक में सुधार की आवश्यकता
उन्होंने आगे कहा, "मैं अपने चेस्ट से भाला फेंकने की कोशिश कर रहा था, इसलिए मेरी तकनीक उतनी अच्छी नहीं थी। फिर भी, मेरी रन-अप तकनीक सही थी। पहला थ्रो वास्तव में शुरुआत के लिए अच्छा था।"
डायमंड लीग में डेब्यू
27 वर्षीय चोपड़ा ने 2017 में पेरिस में अपने डायमंड लीग डेब्यू को याद किया। उन्होंने 16 मई को दोहा में 90 मीटर के निशान को पार करने के बाद इस सीजन में निरंतरता बनाए रखने का संकल्प लिया।
निरंतरता पर जोर
चोपड़ा ने कहा, "जब मैंने अपना वांडा डायमंड लीग करियर शुरू किया था, तो मैंने यहीं से शुरुआत की थी। अब, सात या आठ साल बाद, मैं यहां जीतकर खुश हूं। निरंतरता मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।"
महान एथलीटों के बीच जीत
उन्होंने कहा, "मैं यहां इतने सारे महान एथलीट्स के बीच जीतकर बहुत खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं और अधिक प्रतियोगिताओं में 90 मीटर तक फेंक पाऊंगा।"
जैन जेलेजनी का प्रभाव
चोपड़ा ने दिग्गज जेवलिन थ्रोअर जैन जेलेजनी के सकारात्मक प्रभाव पर भी चर्चा की, जिनके मार्गदर्शन में वह प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने कहा, "उनके आस-पास रहकर मुझे बहुत अच्छा लगता है।"
कोचिंग में सुधार
चोपड़ा ने बताया कि अन्य कोचों ने उन्हें लंबे स्टेप लेने के लिए कहा था, लेकिन जेलेजनी ने उन्हें छोटे स्टेप लेने की सलाह दी, जिससे उनकी गति बेहतर हो सके।
डायमंड लीग खिताब
शनिवार को स्टेड चार्लेटी में अपने पहले प्रयास में 88.16 मीटर की थ्रो के साथ, चोपड़ा ने दो साल बाद अपना पहला डायमंड लीग खिताब जीता। उन्होंने जर्मनी के जूलियन वेबर को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की।