न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेट कोच डेविड ट्रिस्ट का निधन, क्रिकेट जगत में शोक की लहर
न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेट कोच डेविड ट्रिस्ट का निधन 77 वर्ष की आयु में हुआ, जिसने 2000 में टीम को आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी जीतने में मदद की थी। उनके निधन ने क्रिकेट जगत को गहरा दुख पहुंचाया है। ट्रिस्ट ने कैंटरबरी के लिए 14 वर्षों तक खेला और बाद में कई देशों की टीमों को कोचिंग दी। जानें उनके करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और उनके योगदान के बारे में।
May 30, 2025, 12:36 IST
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क्रिकेट प्रेमियों के लिए दुखद समाचार

आईपीएल प्लेऑफ का दौर शुरू हो चुका है, और आज गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के बीच मुकाबला होने वाला है। लेकिन इसी बीच एक दुखद समाचार सामने आया है जिसने क्रिकेट जगत को हिला दिया है। न्यूजीलैंड के एक प्रमुख ऑलराउंडर का अचानक निधन हो गया है, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया है। आइए जानते हैं वह खिलाड़ी कौन है।
डेविड ट्रिस्ट का निधन
पूर्व क्रिकेट कोच का निधन
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार, न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेट कोच डेविड ट्रिस्ट का 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने 2000 में आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी, जिसे अब चैंपियंस ट्रॉफी के नाम से जाना जाता है, में टीम को जीत दिलाई थी। ट्रिस्ट ने कोचिंग में आने से पहले कैंटरबरी के लिए 14 वर्षों तक तेज गेंदबाज के रूप में खेला। उनकी कोचिंग यात्रा में कैंटरबरी, दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और नीदरलैंड जैसी टीमों के साथ काम करना शामिल था, और उन्होंने 1999 में स्टीव रिक्सन के बाद न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम की कमान संभाली।
ICC ट्रॉफी में न्यूजीलैंड की जीत
न्यूजीलैंड को दिलाई थी पहली ICC ट्रॉफी
हालांकि उनका कार्यकाल केवल दो वर्षों का था, लेकिन ट्रिस्ट ने न्यूजीलैंड को पहला बड़ा ICC खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके मार्गदर्शन में, टीम ने नैरोबी में फाइनल में भारत को चार विकेट से हराया, जिसमें क्रिस केर्न्स ने नाबाद शतक बनाया। यह जीत न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण थी, जिसके बाद उन्होंने 2021 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप भी जीती।
डेविड ट्रिस्ट का क्रिकेट करियर
क्रिकेट करियर की झलक
डेविड ट्रिस्ट ने अपने क्रिकेट करियर में कभी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला। उन्होंने 14 वर्षों तक कैंटरबरी के लिए तेज गेंदबाज के रूप में घरेलू क्रिकेट खेला (1968 से 1982 तक)। उन्होंने 24 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच खेले, जिसमें 9.88 की औसत से 267 रन बनाए और 57 विकेट लिए। खेल से संन्यास लेने के बाद, उन्होंने कोचिंग में कदम रखा और कैंटरबरी, दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और नीदरलैंड जैसी टीमों को कोचिंग दी। 1999 में, उन्होंने न्यूजीलैंड की पुरुष टीम के हेड कोच का पद संभाला और उनके कार्यकाल में न्यूजीलैंड ने 2000 में नैरोबी में आयोजित ICC चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता।