पाकिस्तान-श्रीलंका वनडे सीरीज पर आत्मघाती हमले का असर: खिलाड़ियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
खेलों पर आतंक का साया
स्पोर्ट्स: हाल ही में इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले का प्रभाव पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच चल रही वनडे श्रृंखला पर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। इस घटना ने श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। कई खिलाड़ियों ने अपनी सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान छोड़ने का निर्णय लिया है।
खिलाड़ियों को समझाने की कोशिश
सूत्रों के अनुसार, श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) ने अपने खिलाड़ियों को मनाने का प्रयास किया, लेकिन जब खिलाड़ी नहीं माने, तो बोर्ड ने उन्हें सख्त चेतावनी दी। SLC ने कहा कि यदि कोई खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ सीरीज छोड़कर लौटता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कार्यक्रम में बदलाव
इस विवाद के चलते पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को अपने कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा। पहले, दूसरा वनडे मैच 13 नवंबर को होना था, लेकिन खिलाड़ियों की असमंजस भरी स्थिति को देखते हुए PCB के चेयरमैन नकवी ने श्रीलंकाई बोर्ड के साथ बातचीत की और शेड्यूल में बदलाव किया।
अब नए कार्यक्रम के अनुसार, 13 और 15 नवंबर को होने वाले मैचों की तारीखें एक-एक दिन आगे बढ़ा दी गई हैं। यानी अब दूसरा वनडे 14 नवंबर को और तीसरा वनडे 16 नवंबर को खेला जाएगा।
खिलाड़ियों की असमंजस की स्थिति
हालांकि, इस बदलाव के बावजूद सीरीज के भविष्य को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। श्रीलंकाई खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं, और कई खिलाड़ी अब भी पाकिस्तान में रुकने को लेकर असमंजस में हैं। यदि श्रीलंकाई खिलाड़ी खेलने से मना करते हैं, तो सीरीज रद्द होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
2009 का आतंकवादी हमला
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पूरी तरह सुरक्षित है? खिलाड़ियों की सुरक्षा किसी भी खेल से अधिक महत्वपूर्ण होती है। आपको याद दिला दें कि 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर आतंकवादी हमला हुआ था।
