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प्रणव धनावड़े का अद्भुत रिकॉर्ड: 1009 रन और 308 का स्ट्राइक रेट

प्रणव धनावड़े ने 15 साल की उम्र में रेड बॉल क्रिकेट में 1009 रन बनाकर क्रिकेट की दुनिया में नया मापदंड स्थापित किया है। उन्होंने 323 गेंदों में 59 छक्के और 127 चौके जड़े, जिससे उनका स्ट्राइक रेट 308 रहा। इस अद्भुत प्रदर्शन ने उन्हें क्रिकेट के दिग्गजों में शामिल कर दिया है। जानें उनके इस रिकॉर्ड के पीछे की कहानी और सचिन तेंदुलकर द्वारा मिली सराहना के बारे में।
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प्रणव धनावड़े का अद्भुत रिकॉर्ड: 1009 रन और 308 का स्ट्राइक रेट

क्रिकेट में नया मापदंड

प्रणव धनावड़े का अद्भुत रिकॉर्ड: 1009 रन और 308 का स्ट्राइक रेट

रेड बॉल क्रिकेट में कई महान बल्लेबाजों ने अपने खेल से नए रिकॉर्ड बनाए हैं। लेकिन 5 साल पहले एक ऐसा अद्भुत कारनामा हुआ जिसने क्रिकेट की दुनिया को हिला कर रख दिया।


यह नाम है प्रणव धनावड़े का। मुंबई के इस युवा बल्लेबाज ने स्कूली रेड बॉल क्रिकेट में ऐसा प्रदर्शन किया जो पहले कभी नहीं हुआ। आइए इस अद्भुत कहानी को विस्तार से जानते हैं। 


15 साल की उम्र में 1009 रन का कारनामा


प्रणव धनावड़े का अद्भुत रिकॉर्ड: 1009 रन और 308 का स्ट्राइक रेट2016 में, जब प्रणव (Pranab Dhanawade) की उम्र केवल 15 वर्ष थी, उन्होंने केसी गांधी इंग्लिश स्कूल के लिए खेलते हुए एक ही पारी में 1009 रन बनाए। यह पारी किसी सपने से कम नहीं थी।


उन्होंने 323 गेंदों में 59 छक्के और 127 चौके जड़े, जिससे कुल 188 बाउंड्री बनीं। उनका स्ट्राइक रेट लगभग 308 था, जो सीमित ओवर क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों को भी पीछे छोड़ देता है।


प्रणव धनावड़े का अद्भुत रिकॉर्ड: 1009 रन और 308 का स्ट्राइक रेट


एईजे कोलिंस और पृथ्वी शॉ को पीछे छोड़ा


इस पारी के साथ प्रणव ने क्रिकेट के 117 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 1899 में इंग्लैंड के एईजे कोलिंस ने 628 रनों की नाबाद पारी खेली थी, जो उस समय का विश्व रिकॉर्ड था। इसके अलावा, उन्होंने भारत के पृथ्वी शॉ को भी पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 2013 में स्कूली क्रिकेट में 546 रन बनाए थे।


सचिन तेंदुलकर का समर्थन


प्रणव धनावड़े की इस उपलब्धि के बाद, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उन्हें अपने घर बुलाया और एक बैट गिफ्ट किया। सचिन ने उनके टैलेंट की सराहना की और उनके साथ दोस्ताना संबंध भी बनाए।


स्कॉलरशिप और सम्मान


प्रणव को मुंबई क्रिकेट संघ द्वारा पांच साल तक 10,000 रुपये सालाना स्कॉलरशिप देने का ऐलान किया गया। एयर इंडिया ने भी उन्हें आर्थिक मदद प्रदान की। एक ऑटो चालक के बेटे होने के बावजूद, प्रणव ने साबित किया कि टैलेंट किसी भी परिस्थिति का मोहताज नहीं होता।


सीनियर क्रिकेट में जगह नहीं मिली


हालांकि, इतने बड़े रिकॉर्ड के बावजूद, प्रणव को सीनियर क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिला है। उनका कहना है कि इस दबाव के कारण खेल पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो गया है।


FAQs


प्रणव धनावड़े ने कितने रन बनाए थे?
प्रणव ने स्कूली रेड बॉल क्रिकेट मैच में 1009 रन बनाए थे, जिसमें 59 छक्के और 127 चौके शामिल थे।


क्या प्रणव धनावड़े सीनियर क्रिकेट खेल रहे हैं?
नहीं, अब तक प्रणव को सीनियर लेवल क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिला है, हालांकि वे लगातार मेहनत कर रहे हैं।