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प्रणव धनावड़े का अद्वितीय रिकॉर्ड: एक पारी में 1009 रन

प्रणव धनावड़े ने 2016 में एच.टी. भंडारी कप टूर्नामेंट में एक अद्वितीय पारी खेलते हुए 1009 रन बनाए, जिसमें 129 चौके और 59 छक्के शामिल थे। यह पारी न केवल क्रिकेट के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड है, बल्कि यह एक प्रेरणा भी है। जानें कैसे उन्होंने इस अद्वितीय उपलब्धि को हासिल किया और इसके बाद उनकी जिंदगी में क्या बदलाव आए।
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प्रणव धनावड़े का अद्वितीय रिकॉर्ड: एक पारी में 1009 रन

क्रिकेट में अनोखा कारनामा

प्रणव धनावड़े का अद्वितीय रिकॉर्ड: एक पारी में 1009 रनक्रिकेट में शतक या दोहरा शतक बनाना सामान्य बात है, लेकिन जब कोई बल्लेबाज एक ही पारी में 1000 से अधिक रन बनाता है, तो यह एक असाधारण घटना होती है। यह कहानी एक 16 वर्षीय भारतीय बल्लेबाज की है, जिसने मुंबई में ऐसा कर दिखाया कि क्रिकेट की दुनिया चकित रह गई। दो दिनों तक चले इस मैच में रनों की बौछार और रिकॉर्ड टूटने का सिलसिला जारी रहा।


प्रणव धनावड़े का रनों का तूफान

2016 में मुंबई के एच.टी. भंडारी कप टूर्नामेंट में आर्य गुरुकुल और केसी गांधी इंग्लिश स्कूल के बीच एक स्कूल मैच खेला जा रहा था। इस मैच में 16 वर्षीय बल्लेबाज प्रणव धनावड़े ने ऐसा अद्भुत प्रदर्शन किया कि क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा गया। पहले दिन उन्होंने 652 रन बनाए और दूसरे दिन अपनी पारी को बढ़ाते हुए 1009 नाबाद रन बनाकर इतिहास रच दिया। यह पारी उन्होंने 327 गेंदों में खेली, जिसमें 129 चौके और 59 छक्के शामिल थे।


117 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

प्रणव धनावड़े का अद्वितीय रिकॉर्ड: एक पारी में 1009 रनप्रणव की इस ऐतिहासिक पारी ने 117 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले इंग्लैंड के आर्थर कॉलिन्स ने 1899 में 628 नाबाद रन बनाए थे। प्रणव ने इस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया और क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर के रूप में अपना नाम दर्ज कराया।


पिता की खुशी और रिकॉर्ड की खबर

जब प्रणव मैदान पर इतिहास रच रहे थे, उनके पिता मुंबई में ऑटो रिक्शा चला रहे थे। उन्हें एक दोस्त ने फोन कर बताया कि उनका बेटा रिकॉर्ड बना रहा है। वे तुरंत मैदान पर पहुंचे और देखा कि उनका बेटा क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा चुका है।


शोहरत का बोझ

प्रणव की इस पारी के बाद उन्हें मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा हर महीने ₹10,000 की स्कॉलरशिप दी गई, जो पांच साल तक चली। इसके अलावा, सीबीएसई बोर्ड ने उनकी इस पारी को पाठ्यक्रम में शामिल किया ताकि छात्र उनके जज़्बे से प्रेरित हो सकें। हालांकि, इस शोहरत के साथ उम्मीदों का बोझ भी बढ़ गया। लोग चाहते थे कि वह फिर से वैसी ही पारी खेलें, लेकिन क्रिकेट में हर दिन ऐसा करना संभव नहीं है।


प्रणव का संघर्ष

हालांकि प्रणव बड़े स्तर की टीमों में जगह नहीं बना सके, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वे आज भी क्रिकेट से जुड़े हैं और युवा खिलाड़ियों को सिखा रहे हैं कि मेहनत, जुनून और आत्मविश्वास से कोई भी असंभव लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।


FAQS

किस भारतीय बल्लेबाज ने एक ही पारी में 1009 रन बनाए थे?

यह रिकॉर्ड मुंबई के युवा बल्लेबाज प्रणव धनावड़े ने बनाया था।


प्रणव धनावड़े ने यह ऐतिहासिक पारी कब खेली थी?

उन्होंने यह पारी साल 2016 में एच.टी. भंडारी कप टूर्नामेंट में खेली थी।