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बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम में विवाद: कप्तान पर गंभीर आरोप

बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम की कप्तान निगार सुल्ताना जोटी पर जूनियर खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगे हैं। पूर्व तेज गेंदबाज जहानारा आलम ने इस मामले का खुलासा किया है, जिसमें टीम के अंदर की राजनीति और सीनियर खिलाड़ियों के प्रति भेदभाव का भी जिक्र है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके संभावित परिणाम।
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बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम में विवाद: कप्तान पर गंभीर आरोप

बांग्लादेश की महिला टीम का निराशाजनक प्रदर्शन


बांग्लादेश: भारत ने 2025 का महिला विश्व कप अपने नाम किया है, जबकि बांग्लादेश का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। टीम ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई और अंक तालिका में दूसरे सबसे निचले स्थान पर रही, जहां उन्होंने अपने सात मैचों में से केवल एक में जीत हासिल की। अब, मैदान के बाहर भी बांग्लादेश महिला टीम विवादों में उलझ गई है। कप्तान निगार सुल्ताना जोटी पर अपनी जूनियर खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट के गंभीर आरोप लगे हैं।


पूर्व खिलाड़ी का चौंकाने वाला खुलासा

इन आरोपों को उजागर करने वाली कोई और नहीं, बल्कि बांग्लादेश की पूर्व तेज गेंदबाज जहानारा आलम हैं, जो लंबे समय से टीम से बाहर हैं और वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में रह रही हैं। उन्होंने बांग्लादेश के एक समाचार पत्र से बातचीत में यह चौंकाने वाला खुलासा किया।


जहानारा ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। जोटी अक्सर जूनियर खिलाड़ियों को मारती हैं। वर्ल्ड कप के दौरान कई जूनियर्स ने मुझसे कहा कि 'अब मैं ऐसा नहीं करूंगी, वरना फिर से थप्पड़ पड़ेगा।' किसी ने बताया कि 'मुझे कल पीटा गया।' यहां तक कि दुबई यात्रा के दौरान उन्होंने एक जूनियर को कमरे में बुलाकर थप्पड़ मारा था।


टीम में गहरी राजनीति का आरोप

‘सीनियर्स को किया गया टारगेट’


जहानारा आलम ने आगे कहा कि बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम में गहरी राजनीति चल रही है, जहां केवल एक या दो खिलाड़ियों को ही बेहतर सुविधाएं मिलती हैं, जबकि अन्य खिलाड़ियों की अनदेखी की जाती है। उन्होंने बताया कि कोविड के बाद सीनियर खिलाड़ियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई।


उन्होंने कहा कि मैं अकेली नहीं हूं, टीम में लगभग हर खिलाड़ी किसी न किसी रूप में शिकार है। सबकी पीड़ा अलग-अलग है। यहां सिर्फ एक या दो खिलाड़ियों को ही सुविधाएं मिलती हैं। 2021 में बांग्लादेश गेम्स के दौरान मुझे एक टीम की कप्तानी दी गई थी, जबकि अन्य दो टीमों की कप्तान जोटी और शार्मिन सुल्ताना थीं। उसी समय से सीनियर खिलाड़ियों पर दबाव डालने का सिलसिला शुरू हुआ। जहानारा ने यह भी बताया कि मानसिक तनाव के चलते उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक लिया है और फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में रहकर खुद को संभालने की कोशिश कर रही हैं।


बीसीबी का आधिकारिक बयान

‘आरोप झूठे और बेबुनियाद’ - बीसीबी ने कहा


इस विवाद पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। BCB ने कहा कि पूर्व खिलाड़ी द्वारा मीडिया में लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद, मनगढ़ंत और झूठे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब हमारी महिला टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है, तब ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।


BCB ने यह भी कहा कि वह इन दावों की गंभीरता को देखते हुए स्थिति पर नजर रखे हुए है और जरूरत पड़ने पर उचित कदम उठाएगा। बांग्लादेश महिला क्रिकेट में यह विवाद तब सामने आया है जब टीम को नए सिरे से आत्मविश्वास जुटाने की आवश्यकता है। अब देखना होगा कि बोर्ड इस मामले में आगे क्या कदम उठाता है और क्या इन आरोपों की कोई जांच की जाती है।