बिहार के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, जानें उनकी उपलब्धियों के बारे में
वैभव सूर्यवंशी को मिला सम्मान
बिहार के उभरते क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी को उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पुरस्कार उन्हें दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा प्रदान किया गया। वैभव की इस उपलब्धि ने बिहार और पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ा दी है।
पुरस्कार समारोह का विवरण
इस समारोह का आयोजन 26 दिसंबर 2025 को हुआ, जिसमें वैभव ने पुरस्कार ग्रहण किया। वे सुबह जल्दी दिल्ली पहुंचे और इस कार्यक्रम में शामिल हुए। हाल ही में, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार के लिए शानदार प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने एक मैच में 190 रनों की शानदार पारी खेली। इस उपलब्धि के चलते वे आगे के टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सके।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार की जानकारी
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) भारत का सबसे प्रतिष्ठित बाल सम्मान है, जो 5 से 18 वर्ष के बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार सात श्रेणियों में प्रदान किया जाता है, जिनमें बहादुरी, कला एवं संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल शामिल हैं। वैभव को खेल श्रेणी में यह सम्मान प्राप्त हुआ है।
हर विजेता को एक पदक, प्रमाण-पत्र और प्रशस्ति पुस्तिका दी जाती है। यह पुरस्कार बच्चों को प्रोत्साहित करने और उनकी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
कोच का बयान
वैभव के बचपन के कोच मनीष ओझा ने बताया कि पुरस्कार ग्रहण करने के कारण वैभव मणिपुर के खिलाफ मैच में भाग नहीं ले सके। उन्होंने कहा कि वैभव आगे के विजय हजारे मैच भी मिस करेंगे, लेकिन जल्द ही वे इंडिया अंडर-19 टीम के साथ जुड़ेंगे। यह टीम जिम्बाब्वे दौरे पर जाएगी, जहां अंडर-19 वर्ल्ड कप की तैयारी की जाएगी। वर्ल्ड कप 15 जनवरी 2026 से शुरू होगा।
वैभव का उज्ज्वल भविष्य
वैभव सूर्यवंशी ने बहुत कम उम्र में ही एक बड़ा नाम बना लिया है। उनका यह सम्मान युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। बिहार क्रिकेट को भी इससे नई उम्मीद मिली है। वैभव जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के भविष्य को संवार सकते हैं। यह पुरस्कार न केवल वैभव की मेहनत का फल है, बल्कि उनके परिवार और कोच की मेहनत का भी परिणाम है। उम्मीद है कि वैभव आगे और ऊंचाइयों को छूएंगे।
