बॉक्सिंग डे टेस्ट की निराशा: MCG के क्यूरेटर ने साझा की अपनी भावनाएं
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर निराशाजनक टेस्ट
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) के प्रमुख पिच क्यूरेटर, मैट पेज, ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के केवल दो दिन में समाप्त होने पर अपनी निराशा व्यक्त की है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह देखकर वह चकित रह गए कि टेस्ट मैच इतनी जल्दी खत्म हो गया। पेज ने बताया कि पिच तैयार करते समय उनकी टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन परिणाम उनकी अपेक्षाओं के विपरीत रहा।
मैट पेज की प्रतिक्रिया
मैट पेज ने कहा, "हम बेहद निराश हैं। यह अनुभव हमें सीखने का अवसर देगा और हम भविष्य में बेहतर पिच तैयार करेंगे। पहले दिन जो कुछ हुआ, उसे देखकर मैं हैरान रह गया। एक ही दिन में 20 विकेट गिरना मेरे करियर में पहली बार हुआ है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ऐसा अनुभव फिर से नहीं होगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि मैच के दौरान सब कुछ देखना ऐसा था जैसे रोलरकोस्टर की सवारी कर रहे हों। हालांकि, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह अनुभव उनकी टीम को और मजबूत बनाएगा। "हमने पहले भी चुनौतियों का सामना किया है और इस बार भी हम उनसे सीखकर आगे बढ़ेंगे। मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि हम और अधिक सक्षम होकर लौटेंगे।"
चीफ स्टुअर्ट फॉक्स की निराशा
मेलबर्न क्रिकेट क्लब के चीफ स्टुअर्ट फॉक्स ने भी पिच की खराब गुणवत्ता पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गेंदबाजों के पक्ष में थी, जबकि बल्लेबाजों के लिए स्थिति कठिन थी। फॉक्स ने पेज और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पिच की समस्याओं के बावजूद हम मैट पेज और उनकी टीम के साथ हैं।
उन्होंने कहा, "आठ साल पहले हमने उन्हें इसलिए बुलाया था क्योंकि वे देश के बेहतरीन क्यूरेटरों में से एक हैं। उन्होंने और उनकी टीम ने इसे सुधारने के लिए कड़ी मेहनत की है। मैट की यह निराशा उनकी जिम्मेदारी का संकेत है और एक लीडर के रूप में मेरा कर्तव्य है कि मैं उनका समर्थन करूँ।"
टेस्ट मैच का परिणाम
इस टेस्ट में इंग्लैंड ने 32 घंटे से भी कम समय में जीत हासिल की। दोनों टीमों ने 572 रन पर 36 विकेट खो दिए और इंग्लैंड ने चार विकेट से मैच जीत लिया। इस मैच में किसी भी खिलाड़ी ने हाफ-सेंचुरी नहीं बनाई, जो ऑस्ट्रेलिया में 1932 के बाद से पहली बार हुआ। दो दिन में टेस्ट खत्म होने के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को लगभग 96 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
