भारत-इंग्लैंड टेस्ट: क्या भारतीय बल्लेबाज दबाव में कर पाएंगे वापसी?

चौथे दिन इंग्लैंड की मजबूत स्थिति
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड ने मुकाबले में अपनी स्थिति को मजबूत कर लिया है। मेज़बान टीम ने भारत के पहले पारी के स्कोर का पीछा करते हुए एक बड़ी बढ़त बना ली है, जिससे भारतीय टीम पर दबाव बढ़ गया है.
भारत की शुरुआत में मुश्किलें
दिन के पहले सत्र में जब भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की, तो उसे जल्दी ही दो महत्वपूर्ण झटके लगे। लंच ब्रेक तक टीम इंडिया ने दो विकेट खो दिए थे। युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और साईं सुदर्शन दोनों ही बिना कोई रन बनाए आउट हो गए। क्रिस वोक्स ने इन दोनों को पवेलियन भेजकर भारत की मुश्किलें बढ़ा दीं.
क्रिस वोक्स की प्रभावशाली गेंदबाजी
इंग्लैंड के अनुभवी ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने एक बार फिर साबित किया कि वह घरेलू पिचों पर कितने खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट कर भारतीय पारी की नींव को हिला दिया। जायसवाल को स्लिप में कैच कराया गया, जबकि साईं सुदर्शन LBW होकर लौटे.
भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी
इंग्लैंड की पहली पारी के जवाब में भारतीय बल्लेबाजों की विफलता ने स्थिति को और भी कठिन बना दिया है। मैच का रुख तेजी से इंग्लैंड की ओर बढ़ता दिख रहा है। इंग्लैंड ने न केवल भारत को पीछे छोड़ा, बल्कि सौ से अधिक रनों की बढ़त लेकर दबाव को और बढ़ा दिया.
अनुभवी बल्लेबाजों से उम्मीदें
हालांकि, भारतीय टीम को अब भी रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा जैसे अनुभवी बल्लेबाजों से उम्मीद है कि वे पारी को संभालेंगे। लेकिन शुरुआती विकेटों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इंग्लैंड की गेंदबाजी भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है.
इंग्लैंड की जीत की ओर बढ़ती स्थिति
मैच की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इंग्लैंड जीत की ओर अग्रसर दिखाई दे रहा है। यदि भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में भी टिककर नहीं खेल सके, तो यह मुकाबला जल्द ही इंग्लैंड के पक्ष में समाप्त हो सकता है.
क्रिकेट प्रशंसकों की नजरें
इस टेस्ट मैच का परिणाम सीरीज़ की दिशा तय कर सकता है। भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद है कि टीम वापसी करेगी, लेकिन हालात इंग्लैंड के पक्ष में हैं। अब यह देखना होगा कि क्या भारतीय मिडिल ऑर्डर कोई करिश्मा कर पाता है या नहीं.