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भारत का इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट रिकॉर्ड: एक नई शुरुआत

भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड में एक नई चुनौती का सामना कर रही है, जहां शुभमन गिल पहली बार कप्तान बनकर मैदान में उतरेंगे। 2007 के बाद से भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है, और टीम का रिकॉर्ड भी कमजोर रहा है। इस बार युवा खिलाड़ियों की नई पीढ़ी पर बड़ी जिम्मेदारी है। जानें भारत का इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट का इतिहास और आगामी श्रृंखला की संभावनाएँ।
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भारत का इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट रिकॉर्ड: एक नई शुरुआत

IND vs ENG: भारतीय टीम की नई चुनौती

IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम वर्तमान में इंग्लैंड में है, जहां इंडिया-ए और सीनियर टीम के बीच एक अनौपचारिक टेस्ट मैच चल रहा है। इसके बाद, 20 जून से पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत होगी, जिसे एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। इस श्रृंखला में शुभमन गिल पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करेंगे। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद, यह पहला अवसर है जब भारतीय टीम टेस्ट मैच खेलेगी। आइए जानते हैं कि इंग्लैंड में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड कैसा रहा है।


2007 के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में हार

2007 के बाद इंग्लैंड में नहीं जीती टेस्ट सीरीज

भारतीय टीम ने इंग्लैंड में आखिरी बार 2007 में टेस्ट श्रृंखला जीती थी, जब राहुल द्रविड़ कप्तान थे। इसके बाद 2011, 2014 और 2018 में भारत को हार का सामना करना पड़ा। 2021-22 की श्रृंखला 2-2 से ड्रॉ रही थी।


इंग्लैंड में भारत का कमजोर रिकॉर्ड

इंग्लैंड में भारत का रिकॉर्ड बेहद कमजोर

भारत ने इंग्लैंड में कुल 69 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से केवल 9 में जीत हासिल की है, जबकि 38 में हार का सामना करना पड़ा और 22 मैच ड्रॉ रहे। यह स्पष्ट है कि इंग्लैंड में जीत पाना भारतीय टीम के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है।


2007 में जहीर खान का योगदान

2007 में जहीर खान बने थे जीत के हीरो

2007 में भारत और इंग्लैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली गई थी। पहले और तीसरे मैच ड्रॉ रहे, लेकिन भारत ने दूसरे टेस्ट को 7 विकेट से जीतकर श्रृंखला पर 1-0 से कब्जा किया। उस मैच में तेज गेंदबाज जहीर खान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 9 विकेट लिए और टीम के नायक बने।


नई पीढ़ी की जिम्मेदारी

नई पीढ़ी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी

अब जब रोहित शर्मा, विराट कोहली और आर अश्विन जैसे दिग्गज खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो चुके हैं, टीम की कमान युवा खिलाड़ियों के हाथों में आ गई है। शुभमन गिल को कप्तान और ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है। अर्शदीप सिंह और साई सुदर्शन को पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किया गया है, जबकि करुण नायर ने 8 साल बाद वापसी की है। घरेलू क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें फिर से मौका मिला है। अब टीम को यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और केएल राहुल जैसे बल्लेबाजों से बड़ी उम्मीदें हैं कि वे टीम के लिए रन बनाएं और जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। जब गिल की अगुआई में टीम मैदान में उतरेगी, तो सभी की नजरें इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला जीतने पर होंगी। यदि भारत इस बार श्रृंखला जीतता है, तो यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।