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भारत की हार पर गौतम गंभीर का बचाव, उथप्पा ने दी प्रतिक्रिया

कोलकाता में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत की हार के बाद गौतम गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठाए गए। पूर्व बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने गंभीर का समर्थन करते हुए कहा कि हार का ठीकरा कोच पर फोड़ना गलत है। उन्होंने खिलाड़ियों की जिम्मेदारी पर जोर दिया और पिच को लेकर उठे विवाद पर भी अपनी राय रखी। उथप्पा ने राहुल द्रविड़ का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वह कोच थे, तब भी उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा था।
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भारत की हार पर गौतम गंभीर का बचाव, उथप्पा ने दी प्रतिक्रिया

कोलकाता टेस्ट में भारत की हार


नई दिल्ली: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में आयोजित पहला टेस्ट मैच केवल तीन दिन में समाप्त हो गया। भारत को जीत के लिए 124 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम 93 रन पर ही आउट हो गई।


सोशल मीडिया पर गंभीर की आलोचना

इस हार के बाद सोशल मीडिया पर कई पूर्व क्रिकेटरों ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को दोषी ठहराया। इस बीच, पूर्व भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने गंभीर का समर्थन किया है।


उथप्पा का कोच पर बचाव

रॉबिन उथप्पा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि कोच पर हार का आरोप लगाना गलत है। उन्होंने मजाक में कहा, "क्या कोच मैदान पर जाकर खेलता है?"


उथप्पा ने यह भी कहा कि जब खिलाड़ी मैदान पर होते हैं, तो कोच की भूमिका सीमित हो जाती है। खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और केवल नतीजों के आधार पर कोच को दोष देना उचित नहीं है।


द्रविड़ को भी मिली थी आलोचना

उथप्पा ने राहुल द्रविड़ का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वह कोच थे, तब भी उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, "अगर 20-30 हजार अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाला खिलाड़ी ट्रोल हो सकता है, तो कोई भी हो सकता है।"


कोलकाता की पिच पर विवाद

कोलकाता टेस्ट में पिच काफी टर्निंग थी। तीसरे दिन से गेंद तेजी से टर्न ले रही थी और उछाल भी असमान था। भारत ने खुद टर्निंग पिच मांगी थी, लेकिन जब बल्लेबाजी में टीम असफल रही, तो कुछ लोगों ने पिच को दोषी ठहराया।


गौतम गंभीर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने टर्निंग ट्रैक मांगा था और इसमें कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी योजना पर अमल नहीं कर पाने की वजह से हार हुई। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज भी मानते हैं कि पिच में कोई समस्या नहीं थी। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में भी ऐसी पिचें होती हैं, जहां कोई विवाद नहीं होता।