भारत को 408 रनों से हराकर साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज जीती, इतिहास रचा
दूसरे टेस्ट में भारत की हार
स्पोर्ट्स : भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में मेज़बान टीम को निराशाजनक परिणाम का सामना करना पड़ा। गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में, साउथ अफ्रीका ने भारत को 408 रनों के बड़े अंतर से हराकर सीरीज अपने नाम की। इस हार के साथ भारत को टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा। टेम्बा बावुमा की कप्तानी में साउथ अफ्रीका का शानदार प्रदर्शन जारी रहा है, और उनकी टीम ने अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं हारा है। यह 1999-2000 के बाद पहली बार है जब साउथ अफ्रीका ने भारत में टेस्ट सीरीज जीती है।
पहली पारी में साउथ अफ्रीका का शानदार प्रदर्शन
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने 489 रन बनाए और पूरी टीम आउट हो गई।
• सेनुरन मुथुसामी ने 109 रनों की शानदार सेंचुरी बनाई
• मार्को यानसेन ने 93 रन बनाए
• ट्रिस्टन स्टब्स (49), एडन मार्करम (38), काइल वेरेन (45) और कप्तान बावुमा (41) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
भारत की ओर से कुलदीप यादव ने 4 विकेट लिए, जबकि जडेजा, सिराज और बुमराह ने 2-2 विकेट चटकाए।
भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक
489 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम पहली पारी में केवल 201 रन ही बना सकी। यशस्वी जायसवाल (58) और वाशिंगटन सुंदर (48) के अलावा कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं सका। साउथ अफ्रीका के मार्को यानसेन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट लिए, जबकि साइमन हार्मर ने 3 विकेट चटकाए। इस प्रकार मेहमान टीम ने पहली पारी के आधार पर 288 रनों की बढ़त हासिल की।
दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका का दबदबा
फॉलोऑन न देते हुए, साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में फिर से बल्लेबाजी का निर्णय लिया और 5 विकेट पर 260 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। ट्रिस्टन स्टब्स ने 94 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे भारत के सामने 549 रनों का असंभव लक्ष्य रखा गया।
भारतीय टीम की दूसरी पारी में भी हार
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की दूसरी पारी केवल 140 रनों पर समाप्त हो गई। पूरी बल्लेबाजी लाइनअप लड़खड़ा गई और केवल रवींद्र जडेजा (54) ही संघर्ष करते नजर आए। साइमन हार्मर ने दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर भारत की हार को सुनिश्चित किया।
भारत को मिली करारी हार
408 रनों की जीत के साथ, साउथ अफ्रीका ने न केवल सीरीज 2-0 से जीती, बल्कि भारत को उसके ही घर में पूरी तरह से पछाड़ दिया। इस प्रदर्शन ने भारतीय टीम की कमजोरियों को उजागर किया और साउथ अफ्रीका ने साबित कर दिया कि वह उपमहाद्वीप में भी एक मजबूत चुनौती पेश कर सकती है।
