भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर महिला विश्व कप फाइनल में बनाई जगह, जेमिमा का शतक
 
                           
                        महिला विश्व कप सेमीफाइनल में ऐतिहासिक जीत
मुंबई: भारत ने नवी मुंबई के डॉ. डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में महिला विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर एक नया इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ भारत ने तीसरी बार महिला विश्व कप के फ़ाइनल में प्रवेश किया। जेमिमा रोड्रिग्स की 127 रनों की नाबाद पारी ने इस जीत की नींव रखी और उन्होंने अपने प्रदर्शन से भारत के लिए एक सुनहरा अध्याय लिखा।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को शुरुआती झटका तब लगा जब एलिसा हीली 14 रन पर क्रांति गौड़ की गेंद पर आउट हो गईं। इसके बाद फोबे लिचफील्ड और एलिस पेरी ने दूसरे विकेट के लिए शानदार 155 रनों की साझेदारी की। लिचफील्ड को एक बार अंपायर ने आउट दे दिया था, लेकिन रिव्यू में पता चला कि गेंद बम्प बॉल थी। इस जीवनदान के बाद उन्होंने मात्र 77 गेंदों में अपना तीसरा वनडे शतक और विश्व कप में पहला शतक जड़ दिया।
लिचफील्ड ने 93 गेंदों में 19 चौके और तीन छक्के लगाकर 119 रन बनाए, जबकि पेरी ने 77 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। अंत में ऐश गार्डनर (63) और किम गार्थ (17) ने तेजी से रन जोड़कर टीम को 49.5 ओवर में 338 रनों के बड़े स्कोर तक पहुंचाया। भारत के लिए श्री चरानी ने दो विकेट लिए, जबकि दीप्ति शर्मा और क्रांति गौड़ को भी एक-एक सफलता मिली।
भारतीय पारी की शुरुआत में मुश्किलें
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत निराशाजनक रही। किम गार्थ ने शैफाली वर्मा को जल्दी आउट कर भारत को शुरुआती झटका दिया। इसके बाद स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन मंधाना (24) हीली की शानदार विकेटकीपिंग का शिकार बन गईं।
भारत मुश्किल स्थिति में था, लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जेमिमा के साथ मिलकर मोर्चा संभाला। हीली ने हरमनप्रीत को स्टंप करने का आसान मौका छोड़ दिया और इसका पूरा फायदा भारतीय कप्तान ने उठाया। दोनों ने मिलकर 167 रनों की साझेदारी की, जिसने भारत को मुकाबले में वापसी दिलाई। हरमनप्रीत ने 10 चौकों और दो छक्कों की मदद से 89 रन बनाए।
जेमिमा की शतकीय पारी
हरमनप्रीत के आउट होने के बाद जिम्मेदारी एक बार फिर जेमिमा पर आ गई। दीप्ति शर्मा (24) और ऋचा घोष (26) ने भी तेज पारियां खेलीं और टीम को जीत के करीब पहुंचाया। जेमिमा ने बेहद संयम और आत्मविश्वास से खेलते हुए 115 गेंदों में अपना पहला विश्व कप शतक पूरा किया।
ऋचा घोष के आउट होने के बाद मैच आखिरी ओवरों में रोमांचक मोड़ पर पहुंचा, लेकिन जेमिमा ने दबाव में भी अपना धैर्य नहीं खोया। उन्होंने 134 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से नाबाद 127 रन बनाए। अमनजोत कौर ने 49वें ओवर में दो चौके लगाकर भारत को जीत की मंजिल तक पहुंचा दिया।
भारत का फाइनल में सफर
इस जीत के साथ भारत ने न केवल ऑस्ट्रेलिया के 16 मैचों के अपराजित अभियान को तोड़ा, बल्कि महिला वनडे इतिहास में सबसे बड़े रन-चेज (339 रन) का नया रिकॉर्ड भी बना दिया। यह मुकाबला डर्बी में हरमनप्रीत की ऐतिहासिक 171 रनों की पारी की याद दिला गया, जब भारतीय टीम ने दुनिया को चौंका दिया था।
अब भारत का अगला मुकाबला 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से होगा और पूरा देश उम्मीद कर रहा है कि हरमनप्रीत की टीम इस बार आईसीसी खिताब का लंबा इंतजार खत्म करेगी।
