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भारत ने महिला वनडे विश्व कप 2025 में ऐतिहासिक जीत हासिल की

भारत ने 2025 में महिला वनडे विश्व कप जीतकर क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर 52 रनों से जीत हासिल की। इस जीत ने वर्षों के संघर्ष और अधूरे सपनों को पूरा किया है। जानें इस ऐतिहासिक जीत के पीछे की कहानी और खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के बारे में।
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भारत ने महिला वनडे विश्व कप 2025 में ऐतिहासिक जीत हासिल की

महिला क्रिकेट में नया अध्याय


मुंबई: भारतीय क्रिकेट के लिए 2025 का वर्ष एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्टेडियम में रविवार की रात, भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला महिला वनडे विश्व कप जीता। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने वह उपलब्धि हासिल की, जिसका देश दो दशकों से इंतज़ार कर रहा था।


लंबे इंतज़ार का अंत

2005 में सेंचुरियन में करेन रोल्टन के शतक से टूटी उम्मीदें हों या 2017 में लॉर्ड्स में आन्या श्रुबसोल की गेंदबाजी से बिखरे सपने, भारतीय महिला टीम के लिए आईसीसी खिताब हमेशा हाथ से फिसलता रहा। लेकिन इस बार शेफाली वर्मा की शानदार बल्लेबाजी और दीप्ति शर्मा की बेहतरीन गेंदबाजी ने सब कुछ बदल दिया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ते हुए पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया।


भावनाओं से भरी जीत

जैसे ही आखिरी विकेट गिरा, स्टेडियम में भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कप्तान हरमनप्रीत कौर की आंखों में आंसू थे, जो वर्षों के संघर्ष और अधूरे सपनों की कहानी बयां कर रहे थे। दर्शक दीर्घा में मौजूद रोहित शर्मा ने भी खड़े होकर तालियां बजाईं, मानो 2023 के वर्ल्ड कप का दर्द इस जीत ने मिटा दिया हो।


शेफाली और मंधाना की शानदार साझेदारी

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चुनौतीपूर्ण पिच पर 7 विकेट पर 298 रन बनाए। स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने 17.4 ओवर में 104 रनों की मजबूत ओपनिंग साझेदारी की। शेफाली ने 49 गेंदों पर अर्धशतक बनाया और वनडे विश्व कप इतिहास की सबसे कम उम्र की बल्लेबाज बनकर 87 रनों की शानदार पारी खेली। मंधाना ने भी 45 रनों का योगदान दिया।


जेमिमा रोड्रिग्स (24) और हरमनप्रीत कौर (20) बड़ी पारी नहीं खेल सकीं, लेकिन दीप्ति शर्मा (58) और ऋचा घोष (34) ने अंत में स्कोर को 300 के करीब पहुंचाया। दक्षिण अफ्रीका के लिए अयोबोंगा खाका ने 3 विकेट लिए।


दीप्ति शर्मा का शानदार प्रदर्शन

दक्षिण अफ्रीकी टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए धीमी शुरुआत की। लॉरा वोल्वार्ड्ट (101) ने एक शानदार शतक बनाया, लेकिन अन्य बल्लेबाज टिक नहीं सके। अमनजोत कौर के डायरेक्ट हिट ने ताजमिन ब्रिट्स (23) को रन आउट किया, जबकि शेफाली वर्मा ने लुस और कैप को आउट कर भारत को बढ़त दिलाई।


दीप्ति शर्मा ने फिर कमाल दिखाया। उन्होंने लगातार विकेट लेते हुए 5 विकेट झटके और महिला विश्व कप फाइनल में पांच विकेट लेने वाली पहली स्पिनर बन गईं। उन्होंने क्लो ट्रायोन और नादिन डी क्लार्क जैसे खतरनाक खिलाड़ियों को भी आउट कर जीत सुनिश्चित की।


भारत की ऐतिहासिक जीत

दक्षिण अफ्रीका 246 रनों पर सिमट गई और भारत ने 52 रनों से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। स्टेडियम में भारत का झंडा लहराने लगा, खिलाड़ियों ने मैदान पर तिरंगे में लिपटकर जश्न मनाया। यह जीत केवल एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट में भारत के स्वर्ण युग की शुरुआत का प्रतीक बन गई।