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भारत-पाकिस्तान एशिया कप 2025: क्या खेल और राजनीति में टकराव होगा?

भारत-पाकिस्तान एशिया कप 2025 के मैच को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। विपक्ष इस मैच को रोकने की मांग कर रहा है, जबकि कई नेता इसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट का हिस्सा मानते हुए समर्थन कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए हैं। जानें कैसे खेल और राजनीति के बीच टकराव फिर से उभरकर सामने आया है और इस मैच के आयोजन पर क्या प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
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भारत-पाकिस्तान एशिया कप 2025: क्या खेल और राजनीति में टकराव होगा?

भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच पर राजनीतिक चर्चाएँ

India vs Pakistan Asia Cup 2025: 14 सितंबर को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच के संदर्भ में राजनीतिक वातावरण गरमाया हुआ है। विपक्ष इस मैच को रोकने की मांग कर रहा है, जबकि कई नेता इसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट का हिस्सा मानते हुए इसके आयोजन का समर्थन कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।


बहुपक्षीय टूर्नामेंट पर कोई आपत्ति नहीं...
उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि उन्हें और देश को समस्या केवल भारत-पाकिस्तान की द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला से है, न कि बहुपक्षीय टूर्नामेंटों से। उन्होंने कहा, "यदि यह मैच किसी टूर्नामेंट का हिस्सा है और किसी द्विपक्षीय समझौते के तहत नहीं हो रहा है, तो इसे अलग दृष्टिकोण से देखना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि उपमहाद्वीप में क्रिकेट हमेशा राजनीति का शिकार होता रहा है, और कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में हुए आतंकी हमलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।


टूर्नामेंट में भाग लेना एक मजबूरी है...अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब भारत एशिया कप जैसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट में भाग लेता है, जो एसीसी या आईसीसी द्वारा आयोजित होता है, तो उसमें खेलना सभी भागीदार देशों के लिए अनिवार्य होता है। यदि कोई टीम खेलने से मना करती है, तो उसे वॉकओवर देना पड़ता है और अंक प्रतिद्वंद्वी टीम को मिल जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत तब तक पाकिस्तान के साथ किसी भी द्विपक्षीय श्रृंखला का आयोजन नहीं करेगा जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाता।


खेल और राजनीति के बीच टकराव
भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट मुकाबलों को लेकर देश में लंबे समय से बहस चल रही है। खेल और कूटनीति के बीच यह टकराव अब फिर से उभरकर सामने आया है। विपक्ष जहां मैच को लेकर आपत्ति जता रहा है, वहीं सरकार इसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट की मजबूरी और अंतरराष्ट्रीय दायित्व का हिस्सा बता रही है।

भारत-PAK के बीच क्रिकेट मैच केवल खेल नहीं
भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच अब केवल एक खेल नहीं रह गया है, बल्कि यह राजनीतिक, कूटनीतिक और भावनात्मक मुद्दा बन चुका है। जहां सरकार अंतरराष्ट्रीय नियमों और प्रतिबद्धताओं की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय सुरक्षा और जनभावनाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मैच को लेकर और क्या राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं।