भारत-पाकिस्तान के बीच अंडर-19 एशिया कप फाइनल में तनाव और रोमांच
फाइनल में तनाव का माहौल
रविवार को दुबई के आईसीसी अकादमी ग्राउंड पर आयोजित अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला केवल खेल तक सीमित नहीं रहा, बल्कि मैदान पर तनाव भी देखने को मिला। भारतीय कप्तान आयुष म्हात्रे और एक पाकिस्तानी खिलाड़ी के बीच तीखी नोकझोंक ने फाइनल के माहौल को और भी गरमा दिया।
भारत की शुरुआत में मुश्किलें
348 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। तीसरे ओवर में ही टीम को बड़ा झटका लगा जब कप्तान आयुष म्हात्रे केवल दो रन बनाकर आउट हो गए। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज अली रजा ने ऑफ स्टंप के बाहर फुल लेंथ गेंद फेंकी, जिस पर म्हात्रे ने ड्राइव लगाने की कोशिश की, लेकिन गेंद सीधे मिड-ऑफ पर खड़े फरहान यूसुफ के हाथों में चली गई। इस विकेट के बाद अली रजा ने जोरदार जश्न मनाया।
कप्तान की प्रतिक्रिया
जब म्हात्रे पवेलियन लौट रहे थे, तभी एक पाकिस्तानी खिलाड़ी ने उन पर टिप्पणी की। यह सुनकर भारतीय कप्तान रुक गए और पलटकर जवाब दिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ समय के लिए तीखी बहस हुई, जिसे बाद में अंपायर और अन्य खिलाड़ियों ने शांत कराया। इसके बाद म्हात्रे को मैदान से बाहर ले जाया गया।
अली रजा का प्रभाव
इस घटना के बाद भारतीय टीम पर दबाव और बढ़ गया। अली रजा ने वैभव सूर्यवंशी को भी पवेलियन भेज दिया, जिससे भारत की स्थिति और कमजोर हो गई। मोहम्मद सैयाम और अब्दुल सुभान ने लगातार ओवरों में एक-एक विकेट लेकर भारत को शुरुआती झटकों से उबरने का मौका नहीं दिया। सात ओवर के भीतर ही भारत ने 59 रन पर अपने चार महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए।
पाकिस्तान की शानदार बल्लेबाजी
इससे पहले, पाकिस्तान ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर खड़ा किया। सलामी बल्लेबाज समीर मिन्हास ने फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट का अपना दूसरा शतक जड़ा। उन्होंने 113 गेंदों में 172 रनों की विस्फोटक पारी खेली और अपनी टीम को 50 ओवर में 8 विकेट पर 347 रनों तक पहुंचाया। यह पारी खास इसलिए भी रही क्योंकि ग्रुप स्टेज में इसी मैदान पर पाकिस्तान को भारत से 90 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय अंडर-19 टीम का एशिया कप में रिकॉर्ड
भारतीय अंडर-19 टीम का एशिया कप में रिकॉर्ड शानदार रहा है। टूर्नामेंट की शुरुआत से अब तक भारत ने आठ बार यह खिताब जीता है। वर्ष 2012 में मलेशिया में खेले गए टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान संयुक्त विजेता रहे थे, जब फाइनल मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। यह वही एकमात्र अवसर था जब पाकिस्तान ने इस ट्रॉफी पर कब्जा किया।
