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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कोचिंग में अमोल मजूमदार का आत्मविश्वास: क्या बदलाव की जरूरत है?

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच अमोल मजूमदार ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करीबी हार के बाद अपनी बल्लेबाजी में बदलाव की संभावना को खारिज किया है। उन्होंने टीम की स्थिरता और अंतिम ओवरों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। स्मृति मंधाना और प्रतीक रावल की शानदार साझेदारी के बावजूद, टीम को अंतिम ओवरों में प्रदर्शन में सुधार की आवश्यकता है। अगला मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ 19 अक्टूबर को होगा, जहां सभी की नजरें टीम की रणनीति पर होंगी।
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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कोचिंग में अमोल मजूमदार का आत्मविश्वास: क्या बदलाव की जरूरत है?

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भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने रविवार को विशाखापत्तनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली करीबी हार के बावजूद अपनी बल्लेबाजी में किसी बड़े बदलाव की संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि टीम का बल्लेबाजी क्रम संतुलित और स्थिर है, और वे इसमें कोई परिवर्तन नहीं करना चाहते।


मंधाना और रावल की शानदार साझेदारी

स्मृति मंधाना और प्रतीक रावल ने भारत के लिए पारी की शुरुआत करते हुए 155 रनों की मजबूत साझेदारी की। यह साझेदारी टीम को एक अच्छी स्थिति में ले गई, लेकिन हरलीन देओल को तीसरे नंबर पर भेजने का निर्णय कुछ चौंकाने वाला था। हरलीन ने 42 गेंदों पर 38 रन बनाए, लेकिन उनसे तेज़ बल्लेबाज़ी की उम्मीद की जा रही थी। अंत में, भारत की पारी लड़खड़ा गई और टीम 294/5 से 330 रन पर सिमट गई, जिससे उन्हें तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा।


बदलाव की आवश्यकता नहीं

प्रेस वार्ता में मजूमदार ने कहा कि टीम का शीर्ष क्रम स्थिर रहेगा, जबकि निचले क्रम में लचीलापन बनाए रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारी बल्लेबाजी लाइनअप अच्छी तरह से सेट है और उसमें ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहते। हालांकि, ऋचा घोष और दीप्ति शर्मा जैसी खिलाड़ी परिस्थिति के अनुसार उपयोग की जा सकती हैं।


अंतिम ओवरों में सुधार की आवश्यकता

मजूमदार ने यह स्वीकार किया कि टीम को मैच के अंतिम ओवरों में बेहतर प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में अंत हमेशा महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी पांच ओवरों में मैच गंवाया, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी अगर 20 रन और बना लिए होते, तो परिणाम अलग हो सकता था।


सीखने का अवसर

कोच ने कहा कि यह हार एक सीखने का अवसर है, और टीम में सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि टीम धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है और ऐसे मैच खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं। यह हार हमें बताती है कि कैसे मैच का अंत मजबूती से किया जाए।


अगला मुकाबला इंग्लैंड से

भारत अब अपना अगला मुकाबला 19 अक्टूबर को इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगा। इस मैच में टीम की रणनीति और संयोजन पर सबकी नजरें होंगी, खासकर मैच के अंतिम पलों में प्रदर्शन को लेकर।