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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जीता ICC महिला वनडे विश्व कप, अश्विन ने की सराहना

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को ICC महिला वनडे विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया। इस जीत के बाद पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि महिला टीम ने जो किया, वह पुरुष टीम के लिए संभव नहीं था। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और झूलन गोस्वामी को ट्रॉफी सौंपने का भावुक क्षण भी साझा किया। जानें इस ऐतिहासिक जीत के बारे में और क्या कहा अश्विन ने।
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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जीता ICC महिला वनडे विश्व कप, अश्विन ने की सराहना

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक जीत


नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। पहली बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीतकर टीम ने देश को गर्वित किया है। इस शानदार जीत के बाद पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक ऐसा बयान दिया जो सभी को हैरान कर गया। उन्होंने कहा कि महिला टीम ने जो हासिल किया, वह पुरुष टीम के लिए संभव नहीं हो सका।


हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन

हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में टीम ने नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में फाइनल में बेहतरीन खेल दिखाया। जीत के बाद का सबसे खास क्षण तब आया जब टीम ने भारतीय महिला क्रिकेट की महान खिलाड़ियों मिताली राज, झूलन गोस्वामी और अंजुम चोपड़ा को मंच पर आमंत्रित किया।


अश्विन का सराहनीय बयान

अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "यह जीत बेहद खास है। 2016-17 में हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक अद्भुत पारी खेली थी। उसके बाद इंग्लैंड से हार का दुख था। उस विश्व कप में झूलन और मिताली भी थीं। कल टीम ने ट्रॉफी मिताली को भेंट की। मैं महिला टीम को सलाम करता हूं। पुरुष टीम ने ऐसा कभी नहीं किया।"


महिला टीम का सच्चा सम्मान

अश्विन का यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि उन्होंने सच्चाई से बात की। पुरुष टीम अक्सर पूर्व खिलाड़ियों का सम्मान करने की बात करती है, लेकिन महिला टीम ने इसे दिल से किया। कोई लंबा भाषण नहीं, केवल सच्चा सम्मान।


उन्होंने कहा, "हम मीडिया के सामने कहते हैं कि फलां ने यह किया, लेकिन पिछली पीढ़ी को सच्चा सम्मान देते हुए मैंने कम ही देखा है। अक्सर चर्चा होती है कि हमारी पीढ़ी की टीम बेहतर है, आपकी नहीं थी।"


झूलन गोस्वामी का भावुक क्षण

यह रात झूलन गोस्वामी के लिए विशेष थी। 2022 में संन्यास लेने वाली इस तेज गेंदबाज ने अपने करियर में कभी विश्व कप ट्रॉफी को नहीं छुआ था। हालांकि, हरमनप्रीत और उनकी टीम ने उन्हें ट्रॉफी सौंप दी, जिससे झूलन की आंखों में आंसू आ गए।


स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में झूलन ने कहा, "विश्व कप से पहले लड़कियां आधी रात को मेरे कमरे में आईं। उन्होंने वादा किया, 'हम यह आपके लिए करेंगे।' उन्होंने कहा, 'शायद अगली बार आप न हों, लेकिन हम आपके लिए जीतेंगे।' और उन्होंने यह कर दिखाया। इसी वजह से मैं भावुक हो गई।"