महिला क्रिकेट में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ती भारतीय टीम
महिला टीम की ऐतिहासिक जीत
नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस शानदार जीत के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने महिला क्रिकेट को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
BCCI का नया दृष्टिकोण
BCCI अब महिलाओं के लिए अधिक टेस्ट मैचों और घरेलू स्तर पर लंबे प्रारूप की प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। वर्तमान में, महिला क्रिकेट टीम मुख्य रूप से सफेद गेंद की क्रिकेट खेलती है, लेकिन अब रेड बॉल क्रिकेट पर भी ध्यान दिया जाएगा।
टीम की जीत और BCCI का उत्साह
भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की। BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने इस जीत की सराहना की और कहा कि भारत में महिला क्रिकेट की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
युवा प्रशंसक स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत जैसे खिलाड़ियों की जर्सी पहनकर स्टेडियम में आ रहे हैं। इस सफलता ने BCCI को महिला क्रिकेट में निवेश बढ़ाने के लिए नई प्रेरणा दी है।
टेस्ट क्रिकेट को मिलेगा बढ़ावा
BCCI सचिव सैकिया ने बताया कि महिलाएं अभी अधिकतर सफेद गेंद (टी20 और वनडे) क्रिकेट खेलती हैं। लगभग तीन साल पहले, भारत ने ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट को फिर से शुरू किया था।
पूर्व सचिव जय शाह ने महिला टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए विशेष कदम उठाए थे। अब BCCI चाहता है कि हर द्विपक्षीय श्रृंखला में टेस्ट मैच शामिल हों, जिससे खिलाड़ियों को लंबे प्रारूप का अनुभव प्राप्त होगा और टीम की मजबूती बढ़ेगी।
घरेलू स्तर पर नई योजनाएं
घरेलू क्रिकेट में अधिकांश महिला टूर्नामेंट टी20 या 50 ओवर के होते हैं। सैकिया ने स्वीकार किया कि सीनियर स्तर पर मल्टी-डे मैचों की आवश्यकता है। BCCI पुरुषों की रणजी ट्रॉफी जैसी प्रतियोगिता महिलाओं के लिए शुरू करने की योजना बना रहा है, जिससे घरेलू खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट की तैयारी का अवसर मिलेगा और प्रतिभा का पूल बढ़ेगा।
महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल
BCCI का यह निर्णय महिला क्रिकेट को हर स्तर पर गहराई देने वाला है। अधिक टेस्ट मैच और घरेलू मल्टी-डे टूर्नामेंट से नई प्रतिभाएं उभरेंगी। भारत की फाइनल में एंट्री ने यह साबित कर दिया है कि महिला टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बनने की दिशा में अग्रसर है।
