महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल टिकट विवाद ने फैंस को किया निराश
महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मुकाबला
मुंबई: नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स स्टेडियम में 2 नवंबर को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच होने वाले महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल मैच को लेकर फैंस में जबरदस्त उत्साह है। हालांकि, टिकटों के विवाद ने इस उत्साह को कम कर दिया है। फाइनल के टिकट कुछ ही मिनटों में बिक जाने के कारण फैंस में नाराजगी और गुस्सा देखने को मिल रहा है।
जब शनिवार, 1 नवंबर को बुकमायशो पर टिकटों की बिक्री शुरू हुई, तो कुछ ही समय में सभी टिकट सोल्ड आउट हो गए। इससे निराश फैंस ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली और बुकमायशो, बीसीसीआई, और आईसीसी से स्पष्टीकरण मांगा। इस बीच, स्टेडियम के बाहर टिकट पाने की उम्मीद में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।
टिकटों की बिक्री में गड़बड़ी
टिकट खत्म होने की अचानक सूचना
रिपोर्टों के अनुसार, बुकमायशो पर 31 अक्टूबर तक टिकट बुकिंग शुरू नहीं हुई थी, लेकिन 1 नवंबर को अचानक टिकट खत्म होने की सूचना आई। फैंस ने सवाल उठाया कि जब बिक्री शुरू ही नहीं हुई थी, तो टिकट कैसे बिक गए?
प्री-बुकिंग के आरोप
22 अक्टूबर को बुकमायशो ने अपने एक्स हैंडल पर बताया था कि फाइनल मैच के टिकटों की प्री-सेल 22 से 24 अक्टूबर तक होगी और सामान्य बिक्री 24 अक्टूबर शाम 7 बजे से शुरू होगी। उस समय फाइनलिस्ट टीमों की घोषणा भी नहीं हुई थी। इस कारण कई फैंस का आरोप है कि टिकट पहले ही इनसाइडर्स या प्री-बुकिंग चैनल्स को बेच दिए गए।
फैंस का कहना है कि जब उन्होंने टिकट बुक करने की कोशिश की, तो ₹150 वाले टिकट या तो सोल्ड आउट दिखे या वेबसाइट पर तकनीकी खराबी का संदेश आया। वहीं, ₹7500 वाले वीआईपी टिकट उपलब्ध दिखाए गए, लेकिन उन्हें बुक करना संभव नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला वर्ल्ड कप फाइनल के टिकट 24 अक्टूबर को ही बिक चुके थे, जबकि उस समय यह तय नहीं था कि भारत फाइनल खेलेगा। इस मामले में सोशल मीडिया पर #TicketScam और #WomensWorldCupFinal जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
फैंस की जांच की मांग
जांच की मांग उठी
फैंस का कहना है कि टिकटों की कीमतों में अचानक वृद्धि और बुकिंग में पारदर्शिता की कमी ने उनके उत्साह को ठंडा कर दिया है। अब फैंस बीसीसीआई और आईसीसी से मांग कर रहे हैं कि टिकटिंग सिस्टम की जांच की जाए और भविष्य में इस तरह की गड़बड़ियों को रोका जाए।
