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रणजी ट्रॉफी में भारत की टीम का शर्मनाक प्रदर्शन: 22 रन पर ऑल आउट

रणजी ट्रॉफी में साउथ पंजाब की टीम ने 22 रन पर ऑल आउट होकर एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है, जो आज तक कायम है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे यह घटना हुई और इसके पीछे की कहानी क्या है। रणजी ट्रॉफी का इतिहास और इस टूर्नामेंट के दौरान हुए अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रमों पर भी चर्चा की जाएगी।
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रणजी ट्रॉफी में भारत की टीम का शर्मनाक प्रदर्शन: 22 रन पर ऑल आउट

भारत की टीम 22 रन पर ऑल आउट

रणजी ट्रॉफी में भारत की टीम का शर्मनाक प्रदर्शन: 22 रन पर ऑल आउट

भारत की टीम 22 रन पर ऑल आउट: क्रिकेट भारत में एक लोकप्रिय खेल है, जो न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्कि घरेलू टूर्नामेंटों के माध्यम से भी खेला जाता है। इनमें से एक प्रमुख टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी है, जो रेड बॉल क्रिकेट के लिए जाना जाता है। इसका इतिहास 1934-35 से शुरू होता है।

रणजी ट्रॉफी का आयोजन हर साल होता है, और इस बार यह 15 अक्टूबर से शुरू होने वाला है।


रणजी के पहले सीजन में शर्मनाक रिकॉर्ड

रणजी के पहले सीजन में ही भारत की इस टीम ने बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड

रणजी ट्रॉफी में भारत की टीम का शर्मनाक प्रदर्शन: 22 रन पर ऑल आउट

रणजी ट्रॉफी का पहला सीजन 4 नवंबर 1934 से 12 मार्च 1935 के बीच खेला गया। इस दौरान टीमों को जोन के आधार पर बांटा गया और कुल 15 मैच खेले गए। बॉम्बे (अब मुंबई) ने पहले सीजन का खिताब जीता।

हालांकि, साउथ पंजाब ने नॉर्थ इंडिया के खिलाफ केवल 22 रन पर ऑल आउट होकर एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया, जो आज तक कायम है।


साउथ पंजाब की चौथी पारी में शर्मनाक प्रदर्शन

साउथ पंजाब को चौथी में होना पड़ा था शर्मसार

रणजी ट्रॉफी के पहले सीजन में अमृतसर के मैदान पर साउथ पंजाब और नॉर्थ इंडिया के बीच मुकाबला हुआ। नॉर्थ इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 142 रन बनाए। साउथ पंजाब ने जवाब में 135 रन बनाकर ढेर हो गई। नॉर्थ इंडिया ने दूसरी पारी में 106 रन बनाए और साउथ पंजाब को 114 रन का लक्ष्य दिया।

साउथ पंजाब की टीम इस लक्ष्य का पीछा करते हुए केवल 22 रन पर ऑल आउट हो गई।


साउथ पंजाब का शर्मनाक रिकॉर्ड

साउथ पंजाब की तरफ से चौथी पारी में सारे बल्लेबाज सिंगल डिजिट स्कोर पर हुए आउट

साउथ पंजाब के बल्लेबाज नॉर्थ इंडिया के गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते रहे और कोई भी बल्लेबाज 10 रन तक नहीं पहुंच सका। उनकी पारी 16.1 ओवर में समाप्त हो गई।

साउथ पंजाब का यह रिकॉर्ड 90 साल से कायम है और आज तक कोई भी टीम इसे तोड़ नहीं पाई है।


रणजी ट्रॉफी के सबसे छोटे स्कोर

90 साल से नहीं टूटा है साउथ पंजाब का रणजी में सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड

रणजी ट्रॉफी में कई बार टीमों का खराब प्रदर्शन देखने को मिला है, लेकिन साउथ पंजाब का रिकॉर्ड आज भी सबसे शर्मनाक है। 1939 में सिंध ने इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वे 23 रन बनाकर दूसरे स्थान पर रहे।

रणजी ट्रॉफी के 5 सबसे छोटे स्कोर:

1. 22 - साउथ पंजाब बनाम नॉर्थ इंडिया, 1935

2. 23 - सिंध (इंडिया) बनाम साउथ पंजाब, 1939

3. 25 - सौराष्ट्र बनाम बॉम्बे, 1951

4. 25 - नागालैंड बनाम उत्तराखंड, 2022

5. 27 - मणिपुर बनाम मेघालय, 2020


FAQs

FAQs

भारत के प्रमुख फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट का क्या नाम है?
भारत के प्रमुख फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट का नाम रणजी ट्रॉफी है।
रणजी ट्रॉफी के पहले सीजन में टीमों को किस आधार पर विभाजित किया गया था?
रणजी ट्रॉफी के पहले सीजन में टीमों को जोन के आधार पर विभाजित किया गया था।