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रिंकू सिंह ने एक गेंद में भारत को दिलाया एशिया कप का खिताब

भारत ने एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता, जिसमें रिंकू सिंह ने केवल एक गेंद खेलकर ऐतिहासिक चौका लगाया। इस जीत के बाद रिंकू ने कहा कि उन्होंने वही किया जो टीम को चाहिए था। जानें इस मैच के दौरान अन्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन और टीम की रणनीति के बारे में।
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रिंकू सिंह ने एक गेंद में भारत को दिलाया एशिया कप का खिताब

भारत ने पाकिस्तान को हराकर जीता एशिया कप

रिंकू सिंह ने एक गेंद में भारत को चैंपियन बनाया: एशिया कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को मात दी, और इस जीत के नायक बने रिंकू सिंह। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में केवल एक गेंद खेली, और उसी गेंद पर मिडऑन में चौका लगाकर भारत को नौवीं बार एशिया कप का खिताब दिला दिया। यह क्षण क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा के लिए यादगार रहेगा, और पाकिस्तान इसे कभी नहीं भूल पाएगा।


रिंकू सिंह का अद्भुत प्रदर्शन

रिंकू सिंह का धमाकेदार प्रदर्शन


यह रिंकू का टूर्नामेंट में पहला मैच था। उन्होंने पाकिस्तान के प्रमुख गेंदबाज हारिस रऊफ के अंतिम ओवर की चौथी गेंद पर चौका लगाया, जो उनकी पहली गेंद थी। इस एक शॉट ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। जीत के बाद रिंकू ने कहा, “बस एक गेंद मायने रखती थी। मैंने वही किया जो टीम को चाहिए था। मैं फिनिशर हूं, और मुझे खुशी है कि टीम जीती।” उनकी यह बात फैंस के दिलों को छू गई।


गेंदबाजी और बल्लेबाजी की उत्कृष्टता

गेंदबाजी और बल्लेबाजी का कमाल


गेंदबाजी कोच मोर्नी मोर्कल ने बल्लेबाजों की सराहना की। उन्होंने कहा, “पावरप्ले में शुरुआत अच्छी नहीं थी, लेकिन बाद में बल्लेबाजों ने कमाल कर दिखाया। शिवम दुबे ने चोटिल हार्दिक पंड्या की जगह शानदार प्रदर्शन किया।” स्पिनर कुलदीप यादव, जिन्होंने चार विकेट लिए, ने कहा, “बीच के ओवरों में गेंदबाजी महत्वपूर्ण थी। हमने योजना बनाई थी कि अगर कुछ विकेट ले लिए, तो पाकिस्तान पर दबाव बनेगा।” संजू सैमसन ने भी अपने अनुभव का जिक्र करते हुए कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ दबाव में खेलना मुझे पसंद है। तिलक के साथ बल्लेबाजी में मजा आया।”


टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन

टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन


भारत के उपकप्तान शुभमन गिल ने जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “हम पूरे टूर्नामेंट में नाबाद रहे, और यह जीत शानदार है।” गिल ने बताया कि ड्रेसिंग रूम में टीम ने यही रणनीति बनाई थी कि मैच को अंतिम गेंद तक ले जाना है। शुरूआती तीन विकेट जल्दी गिरने के बाद संजू सैमसन और तिलक वर्मा की साझेदारी ने मैच को संभाला, और शिवम दुबे के छक्कों ने दबाव को कम किया। गिल ने कहा, “लक्ष्य छोटा था, लेकिन दबाव में ना झुकना महत्वपूर्ण था।”