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रोहित शर्मा की कप्तानी से छुट्टी: अनिल कुंबले का बयान

रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी से हटाने का निर्णय क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया है। अनिल कुंबले ने इस फैसले पर अपनी राय व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने शुभमन गिल की कप्तानी और रोहित के हटाए जाने के पीछे की संभावित वजहों पर चर्चा की। जानें कुंबले ने क्या कहा और इस बदलाव का टीम इंडिया पर क्या असर हो सकता है।
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रोहित शर्मा की कप्तानी से छुट्टी: अनिल कुंबले का बयान

रोहित शर्मा को मिली बड़ी निराशा


रोहित शर्मा: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा को एक बड़ा झटका तब लगा जब उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया। उनकी जगह युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को नया कप्तान नियुक्त किया गया है, जो पहले से ही टेस्ट टीम की कमान संभाल रहे थे। रोहित को इस समय कप्तानी से हटाया गया है जब उन्होंने हाल ही में टीम इंडिया को दो आईसीसी इवेंट्स में जीत दिलाई थी और अपने पिछले मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी जीता था।


रोहित की वापसी का इंतजार

रोहित शर्मा आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में टीम इंडिया के लिए खेलते हुए नजर आए थे। अब, वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19 अक्टूबर से शुरू होने वाली वनडे सीरीज में एक खिलाड़ी के रूप में खेलेंगे। कप्तानी से हटाए जाने के बाद, पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने इस पर अपनी राय दी है।


अनिल कुंबले का महत्वपूर्ण बयान

कुंबले का दृष्टिकोण


कुंबले, जो खुद भारतीय टीम के कप्तान रह चुके हैं और कोच भी रह चुके हैं, ने इस विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि एक ही महीने में तीन अलग-अलग कप्तानों के साथ काम करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा, "अगर रोहित वनडे के कप्तान होते, तो कोच को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में दूसरे कप्तान के साथ काम करना पड़ता।"


शुभमन गिल की कप्तानी पर कुंबले की राय

गिल की नियुक्ति पर विचार


कुंबले ने आगे कहा, "शुभमन गिल को टेस्ट और वनडे दोनों में कप्तान बनाया गया है, जबकि वे टी20 में उपकप्तान भी हैं। मुझे लगता है कि उन्हें कप्तान बनाने में थोड़ा समय लिया जा सकता था ताकि वे और परिपक्व हो सकें।"


रोहित को हटाना एक चौंकाने वाला निर्णय

पूर्व कप्तान की प्रतिक्रिया


कुंबले ने कहा कि रोहित को वनडे कप्तानी से हटाना उनके लिए एक आश्चर्यजनक निर्णय था। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगा था कि रोहित को हटाया जाएगा। तीन फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान होना चयनकर्ताओं और कोच के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।"