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लखनऊ में कोहरे के कारण रद्द हुआ भारत-दक्षिण अफ्रीका का टी20 मैच

लखनऊ में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथा टी20 मैच घने कोहरे के कारण रद्द कर दिया गया। इस घटना में न तो टॉस हुआ और न ही एक भी गेंद फेंकी गई। यह पहली बार है जब कोहरे के कारण टी20 या वनडे मैच रद्द हुआ। जानें इस घटना के पीछे की कहानी और क्रिकेट पर इसके प्रभाव के बारे में।
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लखनऊ में कोहरे के कारण रद्द हुआ भारत-दक्षिण अफ्रीका का टी20 मैच

खेल के मैदान पर मौसम का असर


नई दिल्ली: क्रिकेट के खेल में मौसम की स्थिति अक्सर मैच को प्रभावित करती है। बारिश या खराब रोशनी के कारण कई बार खेल को रोकना या रद्द करना पड़ता है। हाल ही में लखनऊ में एक अनोखी घटना घटी, जो बहुत कम देखने को मिलती है।


लखनऊ में मैच का रद्द होना

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथा टी20 मैच घने कोहरे के कारण रद्द कर दिया गया। इस मैच में न तो टॉस हुआ और न ही एक भी गेंद फेंकी जा सकी। यह टी20 या वनडे मैच में कोहरे के कारण रद्द होने की पहली बार की घटना है।


यह मैच 17 दिसंबर 2025 को भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में होना था। शाम होते ही घना कोहरा छा गया, जिससे मैदान पर दृश्यता कम हो गई। अंपायरों ने कई बार स्थिति का आकलन किया, लेकिन हालात में सुधार नहीं हुआ, जिसके चलते मैच को रद्द करना पड़ा। इस पर बीसीसीआई पर सवाल उठे कि दिसंबर में उत्तर भारत के शहर में मैच क्यों आयोजित किया गया, जहां कोहरा आम बात है।


27 साल पुरानी घटना की याद

यह पहली बार नहीं है जब कोहरे ने क्रिकेट मैच को प्रभावित किया है। लगभग 27 साल पहले, 1998 में पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच फैसलाबाद में एक पूरा टेस्ट मैच कोहरे के कारण रद्द कर दिया गया था। यह मैच 17 से 21 दिसंबर तक खेला जाना था, लेकिन घने कोहरे के कारण पांचों दिन कोई गेंद नहीं फेंकी जा सकी।


फैसलाबाद में दिसंबर में ठंड और कोहरा आम बात है। उस समय पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की भी आलोचना हुई थी कि ऐसे मौसम में मैच क्यों रखा गया। खिलाड़ी मैदान पर आए, लेकिन धुंध इतनी थी कि टॉस भी नहीं हो सका। अंततः मैच रद्द कर दिया गया, जिससे जिम्बाब्वे को फायदा हुआ और उन्होंने पाकिस्तान में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत ली।


कोहरे का क्रिकेट पर प्रभाव

क्रिकेट में बारिश के कारण ओवर कम करके मैच को फिर से शुरू किया जा सकता है, और खराब रोशनी में फ्लडलाइट्स मदद करती हैं। लेकिन कोहरे की स्थिति में ऐसा करना मुश्किल होता है। खासकर रात के समय कोहरा और भी घना हो जाता है। दिन में सूरज की रोशनी से कभी-कभी स्थिति में सुधार होता है, लेकिन सर्दियों में कई दिनों तक धुंध बनी रहती है।


उत्तर भारत में दिसंबर-जनवरी में कोहरा और प्रदूषण मिलकर समस्या को बढ़ा देते हैं। लखनऊ में भी यही स्थिति थी, जैसे फैसलाबाद में हुई थी। ऐसे में बोर्ड को मैच की योजना बनाते समय मौसम की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए।