वरुण चक्रवर्ती ने KBC जूनियर के प्रतियोगी इशित भट्ट का समर्थन किया

वरुण चक्रवर्ती का समर्थन
वरुण चक्रवर्ती: भारतीय क्रिकेट के स्टार गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती इस बार एक अलग कारण से सुर्खियों में हैं। उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति 17 (KBC जूनियर एडिशन) के 10 वर्षीय प्रतियोगी इशित भट्ट के समर्थन में सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग की तीखी आलोचना की है। इशित को उनके व्यवहार के लिए ऑनलाइन निशाना बनाया गया, जिसके बाद चक्रवर्ती ने ट्रोलर्स को कड़ा जवाब दिया।
इशित भट्ट की KBC में उपस्थिति
गुजरात के इशित भट्ट ने KBC जूनियर एडिशन में भाग लिया। शो के दौरान उनकी अमिताभ बच्चन के साथ बातचीत ने दर्शकों का ध्यान खींचा। इशित ने अमिताभ को बीच में टोकते हुए कहा, "मुझे नियम पता हैं, आप मुझे मत समझाइए।" इसके अलावा, उन्होंने शो की गति बढ़ाने के लिए कहा, "चलो, मुझे ऑप्शन दो।"
इशित के व्यवहार पर विवाद
इशित का आत्मविश्वास कुछ दर्शकों को भाया, जिन्होंने इसे एक बच्चे की मासूमियत माना। हालांकि, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे बदतमीजी करार दिया। कुछ ने तो इशित के माता-पिता की परवरिश पर भी सवाल उठाए और उनकी आलोचना को व्यक्तिगत हमले तक पहुंचा दिया।
चक्रवर्ती का ट्रोलर्स को जवाब
वरुण चक्रवर्ती ने इस मामले पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की संस्कृति की निंदा की। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "सोशल मीडिया आज उन लोगों का ठिकाना बन गया है, जो बिना सोचे-समझे किसी पर भी कीचड़ उछालते हैं। इशित सिर्फ 10 साल का बच्चा है। उसे बढ़ने का मौका दो। अगर आप एक बच्चे के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं कर सकते, तो सोचिए हमारा समाज कितना नीचे गिर चुका है।"
Example of how social media has become a place for cowards running their mouths without any sense.!
— Varun Chakaravarthy🇮🇳 (@chakaravarthy29) October 15, 2025
He is a kid for god sake !! Let him grow !! If u can't tolerate a kid, imagine the society still tolerating many nut cases like the ones commenting on this kid and much more !!!!! pic.twitter.com/O3UQEYKH55
बच्चों के व्यवहार पर चर्चा
इशित का मामला केवल एक रियलिटी शो तक सीमित नहीं रहा। इसने बच्चों के व्यवहार, आधुनिक परवरिश और समाज की सोच जैसे कई मुद्दों को उजागर किया। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों का व्यवहार उनके आसपास के माहौल और परवरिश का परिणाम होता है। लेकिन हर छोटी-बड़ी बात के लिए माता-पिता को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।