Newzfatafatlogo

वियान मुल्डर का ऐतिहासिक दोहरा शतक: दक्षिण अफ्रीका के लिए गर्व का क्षण

दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर वियान मुल्डर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच में अपनी कप्तानी में पहली पारी में दोहरा शतक बनाकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। यह पारी न केवल उनके व्यक्तिगत कौशल को दर्शाती है, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के गौरव में भी एक नया अध्याय जोड़ती है। मुल्डर की इस उपलब्धि ने उन्हें क्रिकेट इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया है। जानें इस शानदार पारी के बारे में और कैसे उन्होंने जिम्बाब्वे के गेंदबाजों को चुनौती दी।
 | 
वियान मुल्डर का ऐतिहासिक दोहरा शतक: दक्षिण अफ्रीका के लिए गर्व का क्षण

वियान मुल्डर का अद्वितीय प्रदर्शन

वियान मुल्डर का दोहरा शतक: दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर वियान मुल्डर ने रविवार को बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कप्तान के रूप में अपनी पहली टेस्ट पारी में दोहरा शतक बनाकर विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। मुल्डर इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाले तीसरे बल्लेबाज बने, और उनकी यह पारी दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण बन गई।


मुल्डर ने अपनी कप्तानी में न केवल शानदार बल्लेबाजी की, बल्कि क्रिकेट के इतिहास में न्यूजीलैंड के ग्राहम डाउलिंग और वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल जैसे दिग्गजों की सूची में भी शामिल हो गए। डाउलिंग ने 1968 में भारत के खिलाफ क्राइस्टचर्च में और चंद्रपॉल ने 2005 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जॉर्जटाउन में यह कारनामा किया था। मुल्डर ने 2025 में बुलावायो में यह उपलब्धि अपने नाम की। उनकी पारी में संयम और आक्रामकता का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला, जिसने जिम्बाब्वे के गेंदबाजों को पूरी तरह से बेबस कर दिया।



दक्षिण अफ्रीका के लिए गर्व का क्षण


वियान मुल्डर टेस्ट के पहले दिन दोहरा शतक बनाने वाले चौथे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बन गए। इससे पहले यह उपलब्धि गैरी कर्स्टन (2001), ग्रीम स्मिथ (2002, 2008), और हर्शल गिब्स (2003) ने हासिल की थी। मुल्डर की इस पारी ने उनकी कप्तानी की शुरुआत को यादगार बना दिया और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के गौरवशाली इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा।


कप्तान के रूप में पहली टेस्ट पारी में दोहरे शतक


ग्राहम डाउलिंग (न्यूजीलैंड) बनाम भारत - क्राइस्टचर्च, 1968
शिवनारायण चंद्रपॉल (वेस्टइंडीज) बनाम दक्षिण अफ्रीका - जॉर्जटाउन, 2005
वियान मुल्डर (दक्षिण अफ्रीका) बनाम जिम्बाब्वे - बुलावायो, 2025


मुल्डर की पारी का महत्व


मुल्डर की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत कौशल को दर्शाती है, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी टीम की मजबूती को भी रेखांकित करती है। उनकी इस पारी ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि मुल्डर की यह पारी युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।


भविष्य की उम्मीदें


वियान मुल्डर की इस पारी ने क्रिकेट जगत में उनकी स्थिति को और मजबूत कर दिया है। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट प्रशंसकों को उम्मीद है कि मुल्डर की कप्तानी में टीम भविष्य में और भी शानदार प्रदर्शन करेगी। उनकी यह उपलब्धि निश्चित रूप से क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक याद रखी जाएगी।