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शाहरुख खान की KKR में हिस्सेदारी बिक्री का बड़ा कदम

कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) में हिस्सेदारी बिक्री की चर्चा ने क्रिकेट और व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। शाहरुख खान और जूही चावला के स्वामित्व वाली इस फ्रेंचाइज़ी में आंशिक हिस्सेदारी बिक्री की संभावनाएं सामने आई हैं। रिपोर्टों के अनुसार, यह निर्णय बढ़ती वैल्यू और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। KKR की स्थापना 2008 में हुई थी और तब से यह आईपीएल की सबसे मूल्यवान टीमों में से एक बन गई है। इस लेख में KKR की हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया, संभावित मूल्यांकन और इसके पीछे के कारणों पर चर्चा की गई है।
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शाहरुख खान की KKR में हिस्सेदारी बिक्री का बड़ा कदम

KKR का मूल्यांकन और स्वामित्व

शाहरुख खान की KKR में हिस्सेदारी बिक्री का बड़ा कदमआईपीएल फ्रेंचाइज़ियों की बढ़ती वैल्यू और वैश्विक निवेशकों की रुचि के बीच, कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) में हिस्सेदारी बिक्री की चर्चा ने क्रिकेट और व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। तीन बार की चैंपियन KKR, जो शाहरुख खान की रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट और जूही चावला-जय मेहता के मेहता ग्रुप के स्वामित्व में है, अब एक रणनीतिक बदलाव के दौर से गुजर रही है। रिपोर्टों के अनुसार, यह निर्णय मजबूरी नहीं, बल्कि बढ़ती वैल्यू और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.


2008 से अब तक का मूल्य यात्रा

2008 की खरीद से अब तक का वैल्यू जर्नी

कोलकाता नाइट राइडर्स को 2008 में लगभग 75 मिलियन डॉलर में खरीदा गया था। उस समय आईपीएल एक नया कॉन्सेप्ट था और फ्रेंचाइज़ी की वैल्यू को लेकर अनिश्चितता थी। लेकिन पिछले 17 वर्षों में, आईपीएल ने खुद को दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे अमीर क्रिकेट लीग के रूप में स्थापित कर लिया है। KKR इस सफर में सबसे सफल और ब्रांड-फ्रेंडली टीमों में से एक रही है।

तीन बार खिताब जीतने, मजबूत फैन बेस और शाहरुख खान जैसे ग्लोबल आइकन की मौजूदगी ने इसकी ब्रांड वैल्यू को लगातार बढ़ाया है। आज KKR को आईपीएल की सबसे मूल्यवान संपत्तियों में से एक माना जाता है, यही कारण है कि हिस्सेदारी बिक्री की खबर को गंभीरता से लिया जा रहा है।


हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया और नोमुरा की भूमिका

हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया और नोमुरा की भूमिका

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इस संभावित डील के लिए इन्वेस्टमेंट बैंक नोमुरा को सेल-साइड एडवाइजर नियुक्त किया गया है। माना जा रहा है कि यह ट्रांजैक्शन जनवरी-फरवरी 2026 के बीच शुरू हो सकता है।

सूत्रों का कहना है कि इस चरण में केवल माइनॉरिटी स्टेक ही बेचा जाएगा, ताकि टीम की नियंत्रण संरचना में कोई बड़ा बदलाव न आए। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि कितने प्रतिशत शेयर बेचे जाएंगे या लक्ष्य मूल्यांकन क्या होगा, लेकिन आईपीएल की मौजूदा मार्केट कंडीशन को देखते हुए यह डील काफी ऊंचे मूल्य पर हो सकती है।


RCB और RR के बाद KKR का रणनीतिक कदम

RCB और RR के बाद KKR का रणनीतिक कदम

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और राजस्थान रॉयल्स जैसी फ्रेंचाइज़ियों के हिस्सेदारी बिक्री पर विचार करने के बाद KKR का यह कदम एक बड़े ट्रेंड की ओर इशारा करता है। फ्रेंचाइज़ी के मालिक अब आईपीएल टीमों को केवल खेल इकाई नहीं, बल्कि एक उच्च मूल्य वाली एंटरटेनमेंट और मीडिया संपत्ति के रूप में देख रहे हैं। KKR में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट के पास है, जबकि 45 प्रतिशत मेहता ग्रुप के पास है।

रिपोर्टों के अनुसार, मेहता ग्रुप वैल्यू को और बढ़ाने के लिए माइनॉरिटी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है। हालांकि, इस मामले पर अब तक KKR, रेड चिलीज़, जूही चावला, जय मेहता या नोमुरा की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।


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