शाहीन अफरीदी बने पाकिस्तान वनडे टीम के नए कप्तान

शाहीन अफरीदी की नई भूमिका
शाहीन अफरीदी का नया कार्यभार: पाकिस्तान क्रिकेट में एक बार फिर से महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी को वनडे टीम का नया कप्तान नियुक्त किया है, जबकि मोहम्मद रिजवान को इस पद से हटा दिया गया है। यह निर्णय सोमवार, 20 अक्टूबर को लिया गया, जिसने पाकिस्तान क्रिकेट में अस्थिरता की चर्चा को फिर से जन्म दिया है।
बैठक के बाद लिया गया निर्णय
इस नए कप्तान की नियुक्ति का निर्णय इस्लामाबाद में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद किया गया। इस बैठक में व्हाइट-बॉल कोच माइक हेसन, हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर आकिब जावेद और राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य शामिल थे। शाहीन अफरीदी अब 4 नवंबर से शुरू होने वाली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में पहली बार पाकिस्तान की कप्तानी करेंगे।
शाहीन अफरीदी का नेतृत्व
शाहीन अफरीदी की वापसी: 24 वर्षीय बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी इससे पहले 2024 की शुरुआत में टी20 टीम के कप्तान रह चुके हैं, हालांकि उनकी कप्तानी का कार्यकाल केवल दो महीने तक चला। अपनी आक्रामक गेंदबाजी और नई गेंद के साथ बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाने जाने वाले शाहीन अब वनडे प्रारूप में अपनी नेतृत्व क्षमता को साबित करने का प्रयास करेंगे। पाकिस्तान की व्हाइट-बॉल क्रिकेट को नई दिशा देने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर है।
रिजवान की कप्तानी का असफल कार्यकाल
मोहम्मद रिजवान की असफलता: मोहम्मद रिजवान को अक्टूबर 2024 में वनडे और टी20 दोनों प्रारूपों का कप्तान बनाया गया था, लेकिन उनका कार्यकाल सफल नहीं रहा। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने 20 वनडे मैचों में केवल 9 जीत हासिल की, जबकि 11 में हार का सामना करना पड़ा। उनकी जीत का प्रतिशत 45 रहा।
टी20 प्रारूप में उनका प्रदर्शन और भी निराशाजनक रहा, जहां उनकी कप्तानी में खेले गए चारों मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद टी20 कप्तानी सलमान अली आगा को सौंप दी गई थी, लेकिन अब वनडे कप्तानी भी रिजवान के हाथ से निकल गई है।
पाकिस्तान क्रिकेट में बदलाव की परंपरा
कप्तानी में बार-बार बदलाव: पाकिस्तान क्रिकेट में कप्तानी में बार-बार होने वाले बदलाव कोई नई बात नहीं है। इस तरह की उठापटक ने हमेशा से टीम की स्थिरता और दीर्घकालिक योजना पर सवाल उठाए हैं। शाहीन अफरीदी के नेतृत्व में अब सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि क्या वे टीम को एक नई दिशा दे पाएंगे और पाकिस्तान क्रिकेट को स्थिरता प्रदान कर पाएंगे।