शुभमन गिल की जगह पर संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल का दबदबा
भारतीय क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम में प्रतिस्पर्धा हमेशा से कड़ी रही है। घरेलू क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनौती देने का अवसर देता है, जिससे वे एक स्लॉट के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हैं।
ओपनिंग स्लॉट में बढ़ता दबाव
टी20 टीम में ओपनर की भरमार है, और कई खिलाड़ी अपनी जगह बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इस स्थिति में शुभमन गिल पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
गिल का प्रदर्शन
शुभमन गिल एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका टी20 में प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। हालांकि, टीम प्रबंधन उनकी लगातार सहायता कर रहा है।
गिल भारत के वनडे और टेस्ट टीम के कप्तान हैं, और टी20 में उपकप्तान के रूप में कार्यरत हैं। बीसीसीआई उन्हें तीनों फॉर्मेट में भविष्य के कप्तान के रूप में देख रही है। लेकिन गिल के खराब प्रदर्शन और घरेलू क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों की सफलता के कारण, उन्हें टीम प्रबंधन के लिए बचाना मुश्किल हो सकता है।
यशस्वी जायसवाल और संजू सैमसन की चुनौती
गिल ने टी20 की पिछली 15 पारियों में 50 का स्कोर नहीं बनाया है। उनकी औसत 28 और स्ट्राइक रेट 138.60 है। इसके विपरीत, यशस्वी जायसवाल ने 23 मैचों में 36.15 की औसत और 164.32 की स्ट्राइक रेट से 723 रन बनाए हैं, जो गिल के लिए एक कड़ी चुनौती है।
संजू सैमसन ने 51 मैचों में 147 की स्ट्राइक रेट के साथ 995 रन बनाए हैं। ओपनिंग करते समय उनके आंकड़े और भी बेहतर हैं, जहां उन्होंने लगभग 160 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
ईशान किशन का उभरता सितारा
ईशान किशन ने भी इस फॉर्मेट में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में झारखंड को जीत दिलाई और 10 मैचों में 57.44 की औसत और 197.33 की स्ट्राइक रेट से 517 रन बनाए।
गिल के लिए खतरा
संजू, जायसवाल और किशन लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि गिल का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। यदि गिल ने भविष्य में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, तो उनकी जगह पर खतरा मंडरा सकता है।
