संजू सैमसन की चोट से नंबर-3 बल्लेबाज की स्थिति में संकट, तिलक वर्मा को मिल सकता है मौका

संजू सैमसन की चोट से बढ़ी चिंता

संजू सैमसन: एशिया कप 2025 की शुरुआत से पहले भारतीय टीम के लिए एक नई चिंता सामने आई है। संजू सैमसन अब फिटनेस संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
टूर्नामेंट के शुरू होने से कुछ दिन पहले उनकी चोट भारतीय टीम की रणनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। इस स्थिति में सवाल उठता है कि एशिया कप 2025 जैसे बड़े टूर्नामेंट में उनकी जगह कौन लेगा। तिलक वर्मा का नाम इस संदर्भ में सबसे ऊपर है।
तिलक वर्मा को मिल सकता है मौका
संजू की अनुपस्थिति में चयनकर्ताओं के पास तिलक वर्मा एक मजबूत विकल्प हैं। यह युवा बल्लेबाज हाल ही में लगातार रिकॉर्ड बना रहा है और अपनी क्षमता साबित कर चुका है।
- तिलक वर्मा ने लगातार 318 रन बिना आउट हुए बनाकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
- उन्होंने लगातार तीन T20 शतक जड़कर एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
- T20I में न्यूनतम 500 रन के साथ सबसे अधिक औसत रखने का रिकॉर्ड भी उनके पास है।
- आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने कई मैच विनिंग पारियां खेलकर अपनी क्षमता साबित की है।
इन उपलब्धियों को देखते हुए, अगर सैमसन फिट नहीं होते, तो तिलक वर्मा को नंबर-3 पर आजमाया जा सकता है।
संजू सैमसन की फिटनेस पर चिंता
टीम इंडिया ने 5 सितंबर से दुबई में अभ्यास सत्र शुरू किया। पहले दिन सब कुछ सामान्य था, लेकिन दूसरे दिन सैमसन की परेशानी सामने आई। अभ्यास के दौरान उनके दाएं पैर में दर्द हुआ और उन्हें चलने में कठिनाई हुई।
थ्रो-डाउन के दौरान भी उनका खेलना सहज नहीं लग रहा था। उन्होंने मुश्किल से 10-12 गेंदें खेलीं और फिर अभ्यास रोक दिया। कोच सितांशु कोटक के साथ बातचीत करते समय भी सैमसन दर्द में दिखे। इस वजह से अब यह चिंता बढ़ गई है कि क्या वह 10 सितंबर को UAE के खिलाफ पहले मैच तक पूरी तरह फिट हो पाएंगे।
नंबर-3 पोजीशन पर संकट
संजू सैमसन हाल के समय में भारतीय T20 टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज साबित हुए हैं। लेकिन अगर उनकी चोट गंभीर है और वह शुरुआती मैचों में उपलब्ध नहीं रहते, तो यह स्लॉट टीम इंडिया के लिए कमजोर कड़ी बन सकता है। ऐसे में तिलक को खुद को साबित करना होगा।
टीम मैनेजमेंट की रणनीति
भारतीय टीम मैनेजमेंट के सामने अब दो चुनौतियां हैं—संजू सैमसन की फिटनेस और नंबर-3 स्लॉट को स्थिर रखना। अगर सैमसन ठीक हो जाते हैं, तो टीम इंडिया अपने बेस्ट कॉम्बिनेशन के साथ उतर सकती है। लेकिन अगर वह बाहर होते हैं, तो तिलक वर्मा को मौके के साथ-साथ बड़ी जिम्मेदारी भी मिलेगी।