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सचिन तेंदुलकर ने DRS नियम में बदलाव की उठाई मांग

क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने DRS नियम में बदलाव की मांग की है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को फील्ड अंपायर के निर्णय से असंतोष होने पर थर्ड अंपायर के पास जाने का विकल्प नहीं होना चाहिए। सचिन का मानना है कि तकनीक की गलतियों के कारण समस्याएं बनी रहेंगी। यह पहली बार नहीं है जब सचिन ने इस विषय पर अपनी राय रखी है। जानें उनके विचार और क्रिकेट के नियमों में संभावित बदलाव के बारे में।
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सचिन तेंदुलकर ने DRS नियम में बदलाव की उठाई मांग

सचिन तेंदुलकर का नियम में बदलाव का सुझाव

सचिन तेंदुलकर: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) समय-समय पर क्रिकेट के नियमों में संशोधन करती है ताकि खेल को और अधिक रोमांचक बनाया जा सके। हाल ही में, क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने एक महत्वपूर्ण नियम में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया है। सचिन को रेडिट पर फैंस के सवालों का जवाब देते हुए देखा गया, जहां उन्होंने एक नियम में परिवर्तन का समर्थन किया।


सचिन तेंदुलकर का DRS पर विचार

एक प्रशंसक ने सचिन से पूछा कि वह क्रिकेट के किस नियम में बदलाव करना चाहेंगे। इस पर सचिन ने कहा, "मैं DRS में बदलाव चाहता हूं। खिलाड़ी जब फील्ड अंपायर के निर्णय से असंतुष्ट होते हैं, तो वे DRS का सहारा लेते हैं। मेरा मानना है कि उस निर्णय पर वापस जाने का कोई विकल्प नहीं होना चाहिए। जैसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव आता है, वैसे ही अंपायरों के निर्णयों में भी गलतियां हो सकती हैं। तकनीक की गलतियों के कारण समस्याएं बनी रहेंगी।"


सचिन की पहले भी उठाई थी मांग

यह पहली बार नहीं है जब सचिन ने DRS के बारे में सवाल उठाया है। 2020 में भी उन्होंने अंपायर कॉल को समाप्त करने की मांग की थी। उस समय सचिन ने वेस्टइंडीज के पूर्व खिलाड़ी ब्रायन लारा के साथ बातचीत में कहा था, "मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि DRS के उपयोग के लिए गेंद का 50 प्रतिशत हिस्सा स्टंप्स पर लगना चाहिए। खिलाड़ी इसलिए थर्ड अंपायर के पास जाते हैं क्योंकि वे फील्ड अंपायर के निर्णय से असंतुष्ट होते हैं। जब निर्णय थर्ड अंपायर के पास जाए, तो तकनीक को अपना काम करने देना चाहिए।"