स्वीटी बूरा ने हैदराबाद में गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास

स्वीटी बूरा गोल्ड मेडल: हरियाणा की बेटी ने किया देश का नाम रोशन
स्वीटी बूरा ने गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा के हिसार का नाम गर्व से ऊँचा किया है। हैदराबाद में 27 जून से 1 जुलाई तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उनके प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया।
फाइनल में, स्वीटी ने रेलवे की अलफिया पठान को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह जीत न केवल खेल के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि एक प्रेरणादायक कहानी भी है। आइए, स्वीटी की इस सफलता के बारे में और जानें।
फाइनल में शानदार जीत
हैदराबाद में आयोजित एलीट वुमन नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वीटी बूरा ने 75-80 किलोग्राम वर्ग में भाग लिया। फाइनल मुकाबले में उन्होंने रेलवे की मजबूत खिलाड़ी अलफिया पठान को 5-0 से हराया।
इससे पहले, सेमीफाइनल में स्वीटी ने ऑल इंडिया पुलिस टीम की बबीता को भी 5-0 से मात दी। उनकी रणनीति और ताकत ने सभी को प्रभावित किया। रोहतक की नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी में कोच शिलवा और दलबीर के मार्गदर्शन में स्वीटी ने यह मुकाम हासिल किया।
प्रेरक कहानी और भावुक संदेश
स्वीटी बूरा की जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने व्यक्तिगत जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया। उनके और पूर्व भारतीय कबड्डी कप्तान दीपक हुड्डा के बीच चल रहे विवाद के बावजूद, स्वीटी ने हार नहीं मानी।
चैंपियनशिप में मेडल जीतने के बाद, उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह मेडल उन सभी लड़कियों के लिए है जो घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाती हैं। स्वीटी की यह जीत नारी सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है।
भविष्य की तैयारियां
स्वीटी अब वर्ल्ड, एशियन और कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के ट्रायल की तैयारी में जुट गई हैं। वे रोहतक की नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी में कड़ी मेहनत कर रही हैं। स्वीटी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी बॉक्सिंग फैमिली, कोच और बॉक्सिंग फेडरेशन को दिया।
उनकी मेहनत और जज्बा युवाओं के लिए प्रेरणा है। स्वीटी का कहना है कि वे और बड़े मंचों पर देश का नाम रोशन करना चाहती हैं।
स्वीटी बूरा की यह जीत हरियाणा और देश के लिए गर्व का पल है। उनकी कहानी मेहनत, हिम्मत और साहस की मिसाल है।