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हरभजन सिंह का पाकिस्तानी गेंदबाज से हाथ मिलाना, क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय

अबूधाबी टी10 लीग में हरभजन सिंह और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शाहनवाज़ दहानी के बीच हाथ मिलाने की घटना ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। यह पल खास था क्योंकि हाल के महीनों में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच दूरी बनी हुई थी। इस घटना ने न केवल प्रशंसकों को चौंकाया, बल्कि यह भी दर्शाया कि खेल भावना अभी भी जीवित है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और इसके महत्व के बारे में।
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हरभजन सिंह का पाकिस्तानी गेंदबाज से हाथ मिलाना, क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय

हरभजन सिंह और शाहनवाज़ दहानी के बीच हाथ मिलाने की घटना

हरभजन सिंह का पाकिस्तानी गेंदबाज से हाथ मिलाना, क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय

हरभजन सिंह और शाहनवाज़ दहानी के बीच हाथ मिलाने की घटना: अबूधाबी टी10 लीग में एक ऐसा क्षण देखने को मिला जिसने भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसकों को चौंका दिया। हरभजन सिंह और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शाहनवाज़ दहानी के बीच एक साधारण हैंडशेक अचानक चर्चा का विषय बन गया।


इस समय ऐसा माहौल था जहाँ दोनों देशों के खिलाड़ियों ने पिछले कुछ महीनों में एक-दूसरे से दूरी बनाए रखी थी, इसलिए यह पल बेहद अप्रत्याशित था। ज़ायद क्रिकेट स्टेडियम में नॉर्दर्न वॉरियर्स और एस्पिन स्टैलियंस के बीच मैच के बाद यह छोटा सा इशारा चर्चा का केंद्र बन गया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।


मैच के बाद हरभजन और दहानी के बीच दोस्ताना इशारा

हरभजन सिंह का पाकिस्तानी गेंदबाज से हाथ मिलाना, क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय


नॉर्दर्न वॉरियर्स ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए एक विकेट पर 114 रन बनाए, जबकि एस्पिन स्टैलियंस 110 रन पर रुक गए। वॉरियर्स के लिए शाहनवाज़ दहानी का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा, जिन्होंने केवल 10 रन देकर दो महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। प्लेयर ऑफ द मैच चुने जाने के बाद दहानी ने हरभजन सिंह के पास जाकर हाथ मिलाया।


हरभजन ने गेंदबाज़ी में एक कसा हुआ ओवर फेंका था, लेकिन बल्लेबाज़ी में वे सिर्फ एक रन बनाकर रन आउट हो गए थे। इसके बावजूद, मैच के बाद उनके और दहानी के बीच साझा हुआ यह छोटा-सा दोस्ताना पल माहौल में सकारात्मकता भर गया।


भारत-पाकिस्तान क्रिकेट में दूरी और विवादों की पृष्ठभूमि

यह हैंडशेक इसलिए भी खास माना गया क्योंकि हाल के महीनों में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाने से परहेज किया था। पहलगाम हमले के बाद क्रिकेट मैदान पर भी तनाव साफ झलकने लगा था। इस दूरी की शुरुआत एशिया कप 2025 के दौरान हुई, जब भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया।


इसके बाद यह ट्रेंड महिलाओं के क्रिकेट में भी दिखाई दिया, जहाँ हरमनप्रीत कौर और फातिमा सना ने मैच के बाद हाथ मिलाने से इनकार किया। कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में यह स्थिति बनती चली गई, जिससे दोनों देशों के बीच क्रिकेटीय रिश्तों में ठंडापन और गहराता गया।


हरभजन सिंह का बदला रुख और इसके पीछे की घटनाएँ

इस पल को और भी महत्वपूर्ण इसलिए माना गया क्योंकि हरभजन सिंह ने इससे पहले इसी मुद्दे पर बेहद सख्त रुख अपनाया था। 2025 की वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था। उनके साथ शिखर धवन, सुरेश रैना और पठान भाइयों ने भी मैच से नाम वापस ले लिया था। उस समय हरभजन ने कहा था कि हालात संवेदनशील हैं और मैदान पर एक साथ खेलना उचित नहीं।


उनके फैसले के चलते इंडिया चैंपियंस की टीम ने सेमीफाइनल मुकाबला नहीं खेला, जिससे पाकिस्तान सीधे फाइनल में पहुंच गया। उनकी इस पृष्ठभूमि को देखते हुए अबूधाबी में दहानी के साथ उनका सहज व्यवहार सभी फैंस को हैरान कर गया।


हाल के दिनों में दिखी कुछ सकारात्मक हलचल

गौर करने वाली बात यह भी है कि कुछ दिन पहले ही ब्लाइंड विमेंस टी20 वर्ल्ड कप के मैच के बाद भारत और पाकिस्तान की खिलाड़ियों ने छोटा-सा अभिवादन साझा किया था। दोनों टीमें एक ही बस से यात्रा कर रही थीं, इसलिए माहौल अपेक्षाकृत हल्का था और खिलाड़ियों के बीच सामान्य बातचीत संभव हो पाई।


इसने यह संकेत दिया था कि परिस्थितियों में थोड़ा बदलाव आ सकता है। इसी सिलसिले में अब हरभजन और दहानी का यह हाथ मिलाना एक बड़े प्रतीक की तरह सामने आया है, जिसने खेल जगत में नई बहस को जन्म दे दिया है।


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया