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हरियाणा के किसानों के लिए नई तकनीकों का मार्गदर्शन: नीदरलैंड और फ्रांस का दौरा

हरियाणा के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर सामने आया है, जब कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने नीदरलैंड और फ्रांस का दौरा किया। इस यात्रा का उद्देश्य आधुनिक कृषि और बागवानी तकनीकों का अध्ययन करना था। प्रतिनिधिमंडल ने आलू की खेती, फूलों की नीलामी और जैविक उत्पादों के बाजार का अवलोकन किया। इसके साथ ही, गन्नौर में देश की सबसे बड़ी मंडी के निर्माण की योजना भी साझा की गई। जानें इस दौरे से किसानों को क्या लाभ होगा।
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हरियाणा के किसानों के लिए नई तकनीकों का मार्गदर्शन: नीदरलैंड और फ्रांस का दौरा

हरियाणा के किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

चंडीगढ़, हरियाणा: हरियाणा के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार आया है! कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने नीदरलैंड और फ्रांस का शैक्षणिक दौरा सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह दौरा 3 से 5 सितंबर तक आयोजित हुआ, जिसका उद्देश्य आधुनिक कृषि और बागवानी तकनीकों का अध्ययन करना था। इस यात्रा से प्राप्त ज्ञान को हरियाणा में लागू कर किसानों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल ने आलू की खेती, फूलों की खेती और जैविक उत्पादों के बाजार में नई तकनीकों का अवलोकन किया।


नीदरलैंड में आलू और फूलों की खेती की तकनीक

यात्रा की शुरुआत 2 सितंबर को हुई, और 3 सितंबर को प्रतिनिधिमंडल ने नीदरलैंड के लेलिस्टैड में पोटैटो एक्सपो में भाग लिया। यहां मंत्री राणा ने डच विशेषज्ञों के साथ सटीक खेती, रोग प्रतिरोधी आलू की किस्मों और निर्यात रणनीतियों पर चर्चा की। 4 सितंबर को आल्समेर में विश्व के सबसे बड़े फूल नीलामी केंद्र, रॉयल फ्लोरा हॉलैंड का दौरा किया गया। यह केंद्र 128 एकड़ में फैला हुआ है और प्रतिदिन 2 करोड़ से अधिक फूलों और पौधों का व्यापार करता है। डच क्लॉक ऑक्शन सिस्टम, जल पुनर्चक्रण और ऊर्जा-कुशल ग्रीनहाउस ने प्रतिनिधिमंडल का ध्यान आकर्षित किया। इसके बाद एम्स्टर्डम के हॉर्टस बायोटैक्नीकल गार्डन में दुर्लभ पौधों के संरक्षण का अध्ययन किया गया।


फ्रांस में जैविक खेती का अवलोकन

5 सितंबर को प्रतिनिधिमंडल यूरो रेल से पेरिस पहुंचा और रुंजीस अंतरराष्ट्रीय बाजार का दौरा किया। यह दुनिया का सबसे बड़ा थोक खाद्य बाजार है, जो 580 एकड़ में फैला हुआ है। यहां जैविक उत्पादों के लिए विशेष पविलियन बायो देखा गया, जहां फल, सब्जियां, डेयरी, मांस और समुद्री भोजन जैसे 32 जैविक उत्पाद बेचे जाते हैं। फ्रांस में 28 लाख हेक्टेयर भूमि पर जैविक खेती होती है, और रुंजीस इसकी आपूर्ति श्रृंखला का केंद्र है। मंत्री राणा ने फ्रांसीसी व्यापारियों के साथ जैविक प्रमाणन और आपूर्ति को बेहतर बनाने पर चर्चा की।


गन्नौर में बनेगी देश की सबसे बड़ी मंडी

मंत्री राणा ने बताया कि इस दौरे से मिली जानकारी हरियाणा की कृषि को वैश्विक स्तर पर ले जाने में मदद करेगी। सोनीपत के गन्नौर में देश की सबसे बड़ी बागवानी मंडी का निर्माण हो रहा है, जिसके लिए 544 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। इस 2,595 करोड़ रुपये की परियोजना का 45% कार्य पूरा हो चुका है। यह मंडी 50 लाख वर्ग फुट में फैली होगी और सालाना 20 लाख टन उत्पाद संभालने की क्षमता रखेगी। इसमें 14,907 कारों और 3,305 ट्रकों की पार्किंग के साथ 17 मार्केटिंग शेड और 13 आधुनिक भवन होंगे। यह मंडी हरियाणा के किसानों को वैश्विक बाजार से जोड़ने में सहायक होगी।