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हरियाणा योगासन को मिली ओलिंपिक सदस्यता, खिलाड़ियों के लिए नए अवसर

हरियाणा योगासन एसोसिएशन को ओलिंपिक सदस्यता मिलने से योग खिलाड़ियों के लिए नए अवसर खुल गए हैं। अब ये खिलाड़ी राज्य स्तर पर प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे, जिससे उन्हें पहचान और आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। इस उपलब्धि को खिलाड़ियों की मेहनत और प्रशिक्षकों के समर्पण का परिणाम बताया गया है। भविष्य में योग प्रशिक्षण और चयन प्रक्रियाएं और अधिक संगठित होंगी, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा का मंच मिलेगा।
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हरियाणा योगासन को मिली ओलिंपिक सदस्यता, खिलाड़ियों के लिए नए अवसर

हरियाणा योगासन ओलिंपिक सदस्यता का ऐलान

हरियाणा योगासन ओलिंपिक सदस्यता: खिलाड़ियों को मिला बड़ा मंच, अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे: हरियाणा में योग खिलाड़ियों के लिए एक नया अध्याय शुरू हुआ है। हरियाणा योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन को अब (Haryana Olympic Association) की एसोसिएट सदस्यता प्राप्त हुई है। यह मान्यता योग को एक संगठित और प्रतिस्पर्धात्मक खेल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


राज्य स्तरीय ओलिंपिक गतिविधियों में भागीदारी

इस सदस्यता के साथ, हरियाणा योगासन एसोसिएशन अब राज्य स्तर पर ओलिंपिक गतिविधियों और प्रतियोगिताओं में आधिकारिक रूप से भाग ले सकेगी। इससे खिलाड़ियों को पहचान के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने के अवसर भी मिलेंगे।


खिलाड़ियों की मेहनत को मिली पहचान

खिलाड़ियों की मेहनत को मिली पहचान हरियाणा योगासन ओलिंपिक सदस्यता: एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. निलेश मुदगल ने इस उपलब्धि को खिलाड़ियों की मेहनत और प्रशिक्षकों के समर्पण का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन में धर्मदेव विद्यार्थी और डॉ. जयदीप आर्य के नेतृत्व में योग खिलाड़ियों को अब नई पहचान मिलेगी।


योग खेल को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में कदम

यह सदस्यता न केवल संगठन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि हरियाणा में योग खेल को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक मजबूत आधार भी प्रदान करती है।


भविष्य की योजनाएं और प्रशिक्षण

भविष्य की योजनाएं और प्रशिक्षण: एचवागएसए अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य और जीटीसीसी चेयरमैन ईश्वर सिंह दुहन ने कहा कि यह सदस्यता हमारे प्रयासों की मान्यता है। अब राज्यभर में योग प्रशिक्षण और चयन प्रक्रियाएं अधिक संगठित और प्रभावी होंगी।


चिव डॉ. युद्धवीर ने भी इस बात पर जोर दिया कि अब योगासन खेल का प्रशिक्षण और आयोजन राज्य स्तर पर बेहतर ढंग से किया जाएगा। इससे खिलाड़ियों को न केवल तकनीकी प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि उन्हें प्रतिस्पर्धा के लिए भी बेहतर मंच मिलेगा।