हर्षित राणा को एशिया कप में जगह मिलने के 3 प्रमुख कारण

एशिया कप में गेंदबाजों की प्रतिस्पर्धा

एशिया कप में भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजों के बीच हमेशा से प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। इस बार भी मोहम्मद सिराज को एशिया कप के लिए टीम में नहीं चुना गया है, जबकि उनकी जगह हर्षित राणा को शामिल किया गया है। यह निर्णय कई प्रशंसकों के लिए आश्चर्यजनक है, लेकिन इसके पीछे कुछ ठोस कारण हैं। आइए जानते हैं वे 3 कारण जिनकी वजह से हर्षित राणा को एशिया कप में मौका मिला।
ड्रीम डेब्यू में राणा का रिकॉर्ड
राणा ने ड्रीम डेब्यू में 3-3 विकेट लेकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया
हर्षित राणा ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ अपने ODI डेब्यू में शानदार प्रदर्शन किया। नागपुर ODI में उन्होंने 7 ओवर में 53 रन देकर 5 विकेट लिए। इसके अलावा, टेस्ट और टी20 में भी उन्होंने 3-3 विकेट लेकर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया।
टीम को चाहिए था नया X-फैक्टर
टीम को चाहिए था नया X-फैक्टर
हालांकि मोहम्मद सिराज एक अनुभवी गेंदबाज हैं, लेकिन हाल के समय में उनका प्रदर्शन औसत रहा है। दूसरी ओर, हर्षित राणा अपनी तेज गति और सटीक यॉर्कर के लिए जाने जाते हैं। उनकी आक्रामक गेंदबाजी भारतीय टीम के लिए एक नया X-फैक्टर साबित हो सकती है। यही कारण है कि चयनकर्ताओं ने राणा को मौका दिया।
UAE की पिचों का प्रभाव
UAE की पिच आमतौर पर धीमी और स्पिनर्स के अनुकूल है
एशिया कप 2025 के मैच UAE में खेले जाएंगे, जहां की पिचें आमतौर पर धीमी और स्पिनर्स के लिए अनुकूल होती हैं। ऐसे में हर्षित राणा की गेंदबाजी की विविधता उन्हें इस स्थिति में और प्रभावी बनाती है। चयनकर्ताओं ने महसूस किया कि उनकी गेंदबाजी UAE की पिचों के लिए अधिक उपयुक्त है।
निष्कर्ष
निष्कर्ष
हालांकि मोहम्मद सिराज का करियर रिकॉर्ड शानदार रहा है, लेकिन क्रिकेट में प्रदर्शन और फॉर्म महत्वपूर्ण होते हैं। यही कारण है कि एशिया कप के लिए हर्षित राणा को चुना गया है। अब उनके पास एक बड़ा मौका है कि वह इस टूर्नामेंट में भी टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित हों।