हिमाचल में भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा, भाखड़ा बांध सुरक्षित
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई भारी बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है, लेकिन भाखड़ा बांध की स्थिति सुरक्षित है। बीबीएमबी ने पानी के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। जानें इस विषय में और जानकारी और क्या स्थिति है नदियों की।
Jul 1, 2025, 16:36 IST
| हिमाचल प्रदेश में बारिश का प्रभाव
हाल ही में हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है। यहां की नदियां, विशेषकर ब्यास और सतलुज, बरसाती पानी से भर गई हैं। हालांकि, भाखड़ा बांध की स्थिति को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) ने पहले से ही आने वाले पानी को संग्रहित करने की योजना बनाई है। यदि जल स्तर में और वृद्धि होती है, तो कुछ मात्रा में पानी बांध के फ्लड गेटों से छोड़ा जा सकता है, लेकिन वर्तमान में ऐसी कोई स्थिति नहीं है।सुबह 6:00 बजे के आंकड़ों के अनुसार, भाखड़ा बांध का जल स्तर 1576.03 फीट है, जो खतरे के निशान से लगभग 100 फीट नीचे है। भाखड़ा बांध का अधिकतम जल स्तर 1680 फीट है। गोविंद सागर झील में आज 44534 क्यूसेक पानी का प्रवाह दर्ज किया गया है। टर्बाइनों के माध्यम से 21025 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिसे नंगल बांध में एकत्र किया जा रहा है। नंगल बांध से 10150 क्यूसेक पानी आनंदपुर साहिब की आइडल नहर में छोड़ा जा रहा है। बीबीएमबी की नंगल हाइडल नहर में 12350 क्यूसेक पानी की आपूर्ति की जा रही है, जो साझेदार राज्यों की मांग के अनुसार है। सतलुज नदी में आज केवल 650 क्यूसेक पानी का प्रवाह हो रहा है।