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आगरा से ग्वालियर के लिए नया एक्सप्रेसवे: यात्रा का समय होगा कम

आगरा से ग्वालियर के बीच एक नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, जो यात्रा के समय को डेढ़ घंटे तक कम कर देगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण नवंबर में शुरू होगा और 2028 तक पूरा होने की उम्मीद है। जानें इस प्रोजेक्ट के बारे में और कैसे यह स्थानीय निवासियों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
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आगरा से ग्वालियर के लिए नया एक्सप्रेसवे: यात्रा का समय होगा कम

आगरा-ग्वालियर यात्रा का नया मार्ग


आगरा-ग्वालियर यात्रा का समय : मध्यप्रदेश के ग्वालियर को उत्तर प्रदेश के आगरा से जोड़ने के लिए 88 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए आगरा, धौलपुर और मुरैना में भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। एनएचएआई ने इस परियोजना का ठेका उदयपुर की एक कंपनी को सौंपा है, जो इस साल नवंबर में निर्माण कार्य शुरू करेगी। उम्मीद है कि यह एक्सप्रेसवे 2028 तक तैयार हो जाएगा।


धौलपुर-आगरा एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 4612.65 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे मध्यप्रदेश के चार जिलों से होकर गुजरेगा। इसके लिए यूपी के 14, राजस्थान के 18 और मध्य प्रदेश के 30 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इस प्रोजेक्ट के साथ-साथ कंपनी को ग्वालियर से धौलपुर होकर आगरा जाने वाले नेशनल हाइवे 44 की मरम्मत का कार्य भी करना होगा।


आगरा-ग्वालियर यात्रा का समय घटेगा


धौलपुर-आगरा एक्सप्रेसवे के निर्माण से आगरा से ग्वालियर की यात्रा में डेढ़ घंटे की कमी आएगी। वर्तमान में ग्वालियर से आगरा पहुंचने में तीन घंटे लगते हैं। इस नए एक्सप्रेसवे से दिमनी, अबाह और पोरसा क्षेत्र के निवासियों को सबसे अधिक लाभ होगा, क्योंकि उन्हें आगरा जाने के लिए 130 किलोमीटर की यात्रा लगभग 4 घंटे में पूरी करनी पड़ती है। एक्सप्रेसवे के बनने से यह यात्रा केवल 90 मिनट में पूरी होगी।


इस एक्सप्रेसवे में आठ बड़े पुल, 23 छोटे पुल, छह फ्लाईओवर, पांच एलिवेटेड वायडक्ट, एक रेल ओवरब्रिज और 42 अंडरपास का निर्माण किया जाएगा। इस पर गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसके साथ ही जीपीएस आधारित टोल सिस्टम और एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा।


धौलपुर-आगरा एक्सप्रेसवे का मार्ग


यह हाइवे आगरा आउटर रिंग रोड से ग्वालियर के बाईपास तक 65 गांवों से होकर गुजरेगा। धौलपुर मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर मरैना राजाखेड़ा के बीच से होकर निकलेगा। यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल होगा, जिसमें मुरैना, धौलपुर और आगरा में चार से पांच लूप बनाए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, हर 20 से 25 किलोमीटर पर एक लूप होगा, जिसमें मुरैना NH-552 पर एक लूप दिया जाएगा। वहीं, धौलपुर में राजाखेड़ा रोड पर भी लूप होगा।