किसानों का धरना 50वें दिन भी जारी, बकाया मुआवजे की मांग

किसानों का धरना जारी
कस्बे की अनाज मंडी में किसानों का धरना 50 दिनों से जारी है, जिसमें वे बीमा क्लेम मुआवजे की मांग कर रहे हैं। किसानों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित इस धरने में श्योराण खाप के प्रधान विजेंद्र बेरला ने कहा कि किसानों का धैर्य अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने सरकार से तुरंत मुआवजे की राशि जारी करने की अपील की।
किसान नेता राजकुमार हड़ौदी ने सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार केवल वादे करती है, लेकिन वास्तविकता में कोई ठोस कदम नहीं उठाती। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। धरने में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए और एकजुट होकर अपने हक की मांग की।
सरकार पर पूंजीपतियों के दबाव का आरोप
किसान नेता राजकुमार हड़ौदी और रघबीर श्योराण ने कहा कि पिछले तीन सप्ताह से लगातार बारिश के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने डीएपी और यूरिया खाद की उपलब्धता की मांग की। वित्त मंत्रालय ने कपास पर आयात शुल्क को समाप्त करने का निर्णय लिया है, जिसे किसानों के लिए नुकसानदायक बताया गया है।किसानों का कहना है कि आयात शुल्क समाप्त होने से घरेलू कपास की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे किसानों को और अधिक संकट का सामना करना पड़ेगा। सरकार ने चुनावी वर्ष में किसानों के साथ विश्वासघात किया है, और बीमा मुआवजे में भी भारी कमी आई है।