गाजा में भुखमरी संकट: फिलिस्तीन ने भारत से मदद की अपील की

गाजा में भुखमरी का संकट
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष जारी है, जिसमें इजरायल ने गाजा पर लगातार हमले किए हैं। इस स्थिति के कारण गाजा में भुखमरी का संकट उत्पन्न हो गया है। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि भारत ही फिलिस्तीनियों को इस संकट से निकाल सकता है। अब्बास ने मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने आग्रह किया है कि भारत अपने इजरायल के साथ अच्छे संबंधों का उपयोग करके फिलिस्तीन के लिए रोके गए 2 अरब डॉलर जारी कराने का दबाव डाले। इससे गाजा में भुखमरी का सामना कर रहे लोगों को आवश्यक सहायता मिल सकेगी।
भारत की भूमिका पर उम्मीदें
7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद से इजरायल की कार्रवाई जारी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम की बात की थी, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। फिलिस्तीन के लोग और उनके राष्ट्रपति अब भारत से उम्मीद कर रहे हैं कि मोदी इजरायल के साथ अपने संबंधों का लाभ उठाएंगे। भारत ने हमेशा फिलिस्तीन के मुद्दे पर सहायता की है, चाहे वह संयुक्त राष्ट्र हो या अन्य अंतरराष्ट्रीय मंच।
मानवीय संकट की गंभीरता
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने गाजा में युद्ध और मानवीय संकट के मद्देनजर भारत से हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने मोदी को पत्र में स्पष्ट रूप से बताया है कि फिलिस्तीन को क्या चाहिए। राजदूत शावेश ने कहा कि भारत हमेशा फिलिस्तीन के हितों का समर्थन करता रहा है। गाजा की स्थिति अत्यंत दयनीय है, जहां भुखमरी को युद्ध का हथियार बनाया गया है। इजरायल और अमेरिका ने गाजा में बमबारी के साथ-साथ खाद्य सामग्री की आपूर्ति को भी रोक दिया है।
भुखमरी से हो रही मौतें
गाजा पट्टी में हाल ही में चार बच्चों सहित 15 फिलिस्तीनी भूख से मर गए, जिससे इजरायल के युद्ध शुरू होने के बाद से कुपोषण से मरने वालों की संख्या 101 हो गई है। यह स्थिति तब आई है जब इजरायली सेना गाजा पर बमबारी कर रही है, जिसमें कम से कम 81 लोग मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस क्षेत्र की स्थिति को भयावह बताया है, जिसमें हाल के दिनों में अभूतपूर्व मृत्यु और विनाश का स्तर देखा गया है।