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गुरुग्राम के रेस्टोरेंट में मिली लापरवाही: सलाद में कैटरपिलर की घटना ने खड़ा किया विवाद

गुरुग्राम के 'द हाउस ऑफ सेलेस्ट' रेस्टोरेंट में एक पूर्व आईएएस अधिकारी को सलाद में कैटरपिलर मिला, जिससे खाद्य सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे हैं। शिकायत के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच शुरू की और नमूने करनाल लैब में भेजे गए। रेस्टोरेंट प्रबंधन ने सफाई दी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में साफ-सफाई में खामियां पाई गई हैं। इस घटना ने उपभोक्ताओं की सेहत और रेस्टोरेंट की छवि को प्रभावित किया है। अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट पर हैं।
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गुरुग्राम के रेस्टोरेंट में मिली लापरवाही: सलाद में कैटरपिलर की घटना ने खड़ा किया विवाद

गुरुग्राम के रेस्टोरेंट में खाद्य सुरक्षा की लापरवाही

गुरुग्राम के सेक्टर-15 पार्ट-2 में स्थित 'द हाउस ऑफ सेलेस्ट' रेस्टोरेंट में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। शनिवार को एक पूर्व आईएएस अधिकारी और उनकी पत्नी जब यहां भोजन के लिए पहुंचे, तो उन्हें सलाद में एक कैटरपिलर मिला। इस घटना के बाद उन्होंने तुरंत उसका वीडियो बनाया और खाद्य सुरक्षा विभाग को इसकी शिकायत की। शिकायत के तुरंत बाद, विभाग ने कार्रवाई करते हुए रेस्टोरेंट से खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्रित किए।


खाद्य सुरक्षा अधिकारी की जांच

खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश चौहान ने सोमवार को रेस्टोरेंट का दौरा किया। उन्होंने बताया कि सलाद, चटनी, पनीर, मूंगफली और काजू के नमूने जांच के लिए करनाल स्थित सरकारी लैब में भेजे गए हैं। इसके साथ ही, रेस्टोरेंट को नोटिस जारी कर 10 दिनों के भीतर सभी दस्तावेज प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।


रेस्टोरेंट प्रबंधन का स्पष्टीकरण

रेस्टोरेंट प्रबंधन ने इस घटना से इनकार किया है और कहा है कि वे साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखते हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता दंपति इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते, लेकिन विभागीय जांच जारी रहेगी।


साफ-सफाई में खामियां

प्रारंभिक जांच में रेस्टोरेंट की साफ-सफाई के स्तर में गंभीर कमियां पाई गई हैं। किचन की स्वच्छता, खाद्य सामग्री का उचित भंडारण और कर्मचारियों की स्वच्छता मानकों में लापरवाही देखी गई है। यह दर्शाता है कि खाने में कीड़ा मिलने की संभावना पूरी तरह से असंभव नहीं है।


खाद्य सुरक्षा पर उठे सवाल

यह घटना न केवल उपभोक्ताओं की सेहत के लिए खतरा है, बल्कि रेस्टोरेंट की ब्रांड छवि को भी नुकसान पहुंचा सकती है। इस तरह की घटनाएं खाद्य सुरक्षा नियमों के कार्यान्वयन पर सवाल उठाती हैं।


जांच रिपोर्ट का इंतज़ार

अब सभी की नजरें करनाल लैब से आने वाली रिपोर्ट पर हैं। यदि नमूनों में मिलावट या गंदगी पाई जाती है, तो रेस्टोरेंट के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सकती है। इस मामले ने रेस्टोरेंट्स में स्वच्छता बनाए रखने की आवश्यकता को एक महत्वपूर्ण चेतावनी के रूप में प्रस्तुत किया है।