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गुरुग्राम में सफाई और कचरा प्रबंधन को सुधारने के लिए ठोस कदम

गुरुग्राम में सफाई और कचरा प्रबंधन को सुधारने के लिए नगर निगम ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने उच्च प्राथमिकता वाली परियोजनाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मिशन मोड में काम करें। सिकंदरपुर प्वाइंट के विकास के साथ-साथ कचरे के पुन: उपयोग के लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) विकसित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस प्रक्रिया से नागरिकों में जागरूकता बढ़ेगी और शहर को स्वच्छ बनाए रखने में मदद मिलेगी।
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गुरुग्राम में सफाई और कचरा प्रबंधन को सुधारने के लिए ठोस कदम

सफाई परियोजनाओं की समीक्षा


  • मंगलवार को निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने सफाई संबंधी उच्च प्राथमिकता परियोजनाओं की समीक्षा की


गुरुग्राम। नगर निगम द्वारा शहर की सफाई और कचरा प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। निगम की स्वच्छता टीमें हर दिन अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई कार्य को सुनिश्चित करने में जुटी हैं। मंगलवार को, निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने सफाई व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मिशन मोड में काम करें ताकि शहर में सकारात्मक परिवर्तन दिखाई दे।


सिकंदरपुर प्वाइंट का विकास

बैठक में, निगमायुक्त ने उच्च प्राथमिकता वाली सफाई परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सेकेंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंटों के निर्माण और उनकी व्यवस्थाओं को सुधारने पर जोर दिया। सिकंदरपुर प्वाइंट को बेहतर बनाने के लिए चारदीवारी का निर्माण, सुंदर पेंटिंग और बड़े गमलों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी सेकेंडरी प्वाइंट के बाहर कचरा नहीं होना चाहिए और इसके लिए वहां कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। इससे निगरानी में सुधार होगा और कलेक्शन प्वाइंट व्यवस्थित रहेंगे।


बैठक में बताया गया कि बेरीवाला बाग, कन्हैयी और सिकंदरपुर सेकेंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंटों पर चारदीवारी का कार्य पूरा हो चुका है।


कचरे के पुन: उपयोग के लिए निर्देश

निगमायुक्त ने मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) विकसित करने के निर्देश भी दिए, ताकि कचरे का पुन: उपयोग और रिसाइक्लिंग सुचारू रूप से हो सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन सड़कों की सफाई दिन के समय मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग मशीन से संभव है, वहां दिन में सफाई कराई जाए। कुछ एमआरएफ सीएसआर फंड के तहत विकसित किए जाएंगे।


इसके अलावा, निगमायुक्त ने बागवानी कचरा, स्ट्रे कैटल और अवैध कचरा डंपिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।


नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने के उपाय

उन्होंने कहा कि सख्त कार्रवाई से नागरिकों में जागरूकता बढ़ेगी और शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में मदद मिलेगी। मुख्य सड़कों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और सफाई कार्य की निगरानी बढ़ाई जाएगी। निगम प्रशासन शहर को स्वच्छ, व्यवस्थित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए हर स्तर पर सक्रिय है।


बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव, संयुक्त आयुक्त डा. नरेश कुमार, विशाल कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।