डिजिटल क्रिएटर 'Atheist Krishna' का निधन: एक अनोखी प्रतिभा का अंत

हैदराबाद के मशहूर डिजिटल कलाकार का निधन
हैदराबाद के प्रसिद्ध डिजिटल क्रिएटर 'Atheist Krishna' का निधन 23 जुलाई 2025 को निमोनिया के चलते हुआ। उनके भाई ने एक व्हाट्सऐप संदेश के माध्यम से इस दुखद घटना की पुष्टि की। इंटरनेट की दुनिया में अपनी अनोखी पहचान बनाने वाले कृष्णा की अचानक मृत्यु ने उनके प्रशंसकों और सोशल मीडिया समुदाय में शोक की लहर पैदा कर दी है।
कला में उनकी अनोखी छाप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 'Atheist Krishna' ने अपने मीम्स और फोटोशॉप एडिट्स के जरिए लाखों लोगों का दिल जीता। उनका काम केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं था; उन्होंने उन लोगों के लिए भावनात्मक तस्वीरें भी बनाई जो अपने प्रियजनों को खो चुके थे। उन्होंने कई पारिवारिक चित्रों को डिजिटल रूप से जीवित कर लोगों को सुकून प्रदान किया।
अक्षय कुमार ने की सराहना
प्रतिभा की सराहना
अभिनेता अक्षय कुमार ने भी उनकी प्रतिभा की प्रशंसा की थी। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, "हाय कृष्णा, यह अक्षय है। मेरे कुछ दोस्त तुम्हारा कंटेंट फॉलो करते हैं और उन्होंने तुम्हारा शानदार काम दिखाया। मैंने हाल ही में तुम्हारा एक मीम प्रधानमंत्री मोदी को दिखाया और वे जोर से हंसे। तुम अपने साफ और सच्चे हास्य से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाते रहो।"
स्वास्थ्य में गिरावट और निधन
मंगलवार सुबह हुआ निधन
कृष्णा पिछले कुछ हफ्तों से बीमार थे और एक सर्जरी की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें निमोनिया हो गया, जिससे उनकी स्थिति तेजी से बिगड़ गई और मंगलवार सुबह 4:30 बजे उनका निधन हो गया।
परिवार ने दी पुष्टि
परिजनों ने की मौत की पुष्टी
उनकी मृत्यु की खबर सबसे पहले ट्विटर पर साझा की गई, जिसे बाद में परिवार ने भी पुष्टि की। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों का तांता लग गया। अभिनेत्री रूपाली गांगुली ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, "वह केवल एक सटायर आर्टिस्ट नहीं थे, बल्कि एक भावनाओं से भरा इंसान थे। उनकी चुप्पी आज एक खालीपन छोड़ गई है।"
श्रद्धांजलि का दौर
लोगों ने दी श्रद्धांजलि
लेखक आनंद रंगनाथन ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि वह "एक शानदार सोच और दयालु आत्मा" थे। उन्होंने लिखा कि कृष्णा का काम हमेशा "एक सौम्य मुस्कान के साथ गहरा संदेश" देता था। 'Atheist Krishna' ने डिजिटल कला को भावना और संवेदना के साथ जोड़ा। आज जब वे हमारे बीच नहीं हैं, उनकी बनाई यादें और मुस्कानें उन्हें अमर बना गई हैं।