दिल्ली में बाढ़ का संकट: यमुना का जल स्तर 207 मीटर के पार

दिल्ली में बाढ़ की स्थिति
दिल्ली में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। यह पहली बार है जब यमुना का जल स्तर 207 मीटर के स्तर को पार कर गया है, जो 1963 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। यह जानकारी सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा दी गई है। इससे पहले यमुना ने 2010, 2013, 1978 और 2023 में भी 207 मीटर का स्तर पार किया था.
भारी बारिश के बाद तबाही
भारी बारिश और हथिनीकुंड तथा वजीराबाद बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली के निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। झरोड़ा कलां, मयूर विहार और यमुना बाजार जैसे क्षेत्रों में पानी घरों के अंदर तक पहुंच गया है। सड़कें नदियों में तब्दील हो चुकी हैं, जिससे कई लोग फंस गए हैं और निकलने में असमर्थ हैं.
NDRF की राहत कार्य
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए NDRF की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। राजधानी के विभिन्न हिस्सों से एनडीआरएफ के राहत और बचाव अभियान के वीडियो सामने आ रहे हैं.
यमुना बाजार में बाढ़
दिल्ली के यमुना बाजार का क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो गया है। एनडीआरएफ के जवान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में मदद कर रहे हैं.
राहत शिविरों में पानी
यमुना बाजार में स्थापित राहत शिविरों में भी पानी घुस गया है, जिसके चलते प्रशासन ने राहत शिविरों को खाली कराने का निर्णय लिया है.
निगम बोध घाट में समस्या
यमुना के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे निगम बोध घाट के अंदर पानी घुस गया है। इससे अंतिम संस्कार करने में भी लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली की सड़कें जलमग्न
भारी बारिश के बाद दिल्ली की सड़कें स्विमिंग पूल में बदल गई हैं। पटपड़गंज क्षेत्र में बच्चे और युवा सड़क पर भरे पानी में तैराकी करते हुए नजर आए.
अगले 24-48 घंटे महत्वपूर्ण
एक अधिकारी ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से 1,70,728 क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 1,25,485 क्यूसेक और ओखला बैराज से 1,65,145 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगले 24-48 घंटे दिल्ली-एनसीआर के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि जल स्तर में और वृद्धि की संभावना है.