बिहार की महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का उद्घाटन
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार की महिलाओं के लिए इस योजना का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री मोदी बिहार की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10,000 रुपये की राशि ट्रांसफर करेंगे, जो कुल मिलाकर 7,500 करोड़ रुपये के बराबर होगी।
यह योजना महिलाओं को अपने व्यवसाय या पसंदीदा आय उत्पन्न करने वाली गतिविधियों को शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जिससे वे आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र और सशक्त बन सकेंगी।
Prime Minister @narendramodi to Launch Bihar’s Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana
— DD News (@DDNewslive) September 26, 2025
🔹To promote women’s empowerment through self-employment and livelihood opportunities
🔹Financial assistance be provided to one woman from each family in the state under the scheme
🔹PM to… pic.twitter.com/jg9jPqGFsP
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का उद्देश्य:
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम महिलाओं को अपने व्यवसाय स्थापित करने में सहायता करेगा, जिससे उनकी वित्तीय और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा। योजना के तहत हर परिवार की एक महिला को वित्तीय सहायता मिलेगी, जिससे वे अपनी पसंद का कार्य या व्यवसाय शुरू कर सकेंगी। इससे उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।
योजना की महत्वपूर्ण जानकारी
योजना की महत्वपूर्ण जानकारी:
इस योजना के तहत हर महिला को 10,000 रुपये की राशि मिलेगी, जो सीधे उनके बैंक खाते में DBT के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी।
महिलाएं कार्यक्रम के अगले चरणों में अपनी प्रगति के आधार पर 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
महिलाएं इस धनराशि का उपयोग कृषि, पशुपालन, सिलाई, बुनाई या हैंडक्राफ्ट्स जैसे किसी भी छोटे व्यवसाय या आजीविका गतिविधियों में कर सकती हैं।
यह योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, बल्कि सामुदायिक सहायता भी उपलब्ध कराएगी।
सरकार का उद्देश्य
इस पहल के माध्यम से सरकार का लक्ष्य बिहार में महिलाओं के लिए एक मजबूत सहायता प्रणाली स्थापित करना है, जिससे उन्हें स्वतंत्र बनने और अपने समुदाय के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया जा सके।