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भारत-अमेरिका संबंधों पर ट्रंप और पुतिन की मुलाकात का प्रभाव

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ा दिया है, जिससे भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव बढ़ गया है। ट्रंप की पुतिन से होने वाली मुलाकात का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इस पर विशेषज्ञों की राय है। यदि पुतिन युद्ध को रोकने के लिए सहमत होते हैं, तो इससे भारत पर दबाव कम हो सकता है। जानें इस महत्वपूर्ण मुलाकात के संभावित परिणाम और भारत को अपनी स्थिति पर कैसे कायम रहना चाहिए।
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भारत-अमेरिका संबंधों पर ट्रंप और पुतिन की मुलाकात का प्रभाव

भारत पर ट्रंप के टैरिफ का असर

भारत-अमेरिका संबंध: अमेरिका द्वारा टैरिफ की घोषणा ने वैश्विक स्तर पर हलचल पैदा कर दी है, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ध्यान विशेष रूप से भारत की ओर केंद्रित है। दरअसल, रूस से तेल व्यापार को लेकर ट्रंप ने कई देशों को चेतावनी दी है कि यदि वे तेल खरीदना जारी रखते हैं, तो उन पर उच्च टैरिफ लगाया जाएगा। इसके परिणामस्वरूप, ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू कर दिया है।


पुतिन से ट्रंप की मुलाकात का महत्व

ट्रंप 15 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने वाले हैं। इस मुलाकात का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इस पर विश्लेषक माइकल कुगेलमैन ने अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यदि पुतिन युद्ध को रोकने के लिए सहमत होते हैं, तो इससे भारत पर दबाव कम हो सकता है।


भारत को अपनी स्थिति पर कायम रहना चाहिए

कुगेलमैन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ट्रंप और पुतिन की बैठक युद्ध को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। यदि दोनों के बीच इस विषय पर सहमति बनती है, तो इससे भारत पर दबाव में कमी आ सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अमेरिका द्वारा दिए गए चेतावनियों का उचित जवाब देना चाहिए और अपनी स्थिति पर दृढ़ रहना चाहिए।